बेकारबांध से गिरफ्तार Cyber अपराधियों के एक संगठित गिरोह का सरगना अब तक Dhanbad पुल‍िस ग‍िरफ्त से दूर

बेकारबांध से गिरफ्तार साइबर अपराधियों के एक संगठित गिरोह का सरगना विक्रम कुंदन तथा अविनाश को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। तीनों बिहार के नालंदा का रहनेवाला है। पुलिस उनलोगों की तलाश में पिछले दो दिनों से जुटी है। लगातार तीनों अपना लोकेशन बदल रहा है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 02:04 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 02:04 PM (IST)
बेकारबांध से गिरफ्तार Cyber अपराधियों के एक संगठित गिरोह का सरगना अब तक Dhanbad पुल‍िस ग‍िरफ्त से दूर
पुलिस उनलोगों की तलाश में पिछले दो दिनों से जुटी है। लगातार तीनों अपना लोकेशन बदल रहा है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबादत: बेकारबांध से गिरफ्तार साइबर अपराधियों के एक संगठित गिरोह का सरगना विक्रम, कुंदन तथा अविनाश को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। तीनों बिहार के नालंदा का रहनेवाला है। पुलिस उनलोगों की तलाश में पिछले दो दिनों से जुटी है। लगातार तीनों अपना लोकेशन बदल रहा है। बेकारबांध स्थित अपना बसेरा फ्लैट 301 से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए। खेतरावत राज नायक, कतरावथ संतोष, खेतावत राजू, मुरावथ गणेश, देगावथ श्री निवासुल्लु, ई गणेश, जरपुल वैंकटेस, के ईश्वर, मुदावथ वैंकटेस, काटरावथ रावत हरिलाल, काटरावथ गणेश और रतालवत कृष्णा नायक ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है। जिसके आाधार पर पुलिस गिरोह संचालकों को ढूंढ़ रही है।

गिरोह संचालक विक्रम व कुंदन ने आंध्रप्रदेश से आए 13 साइबर अपराधियों को एक लाख 80 रुपये खर्चा पानी के लिए दिए थे। यह बात पुलिसिया छानबीन के दौरान स्पष्ट हो चुकी है। साइबर क्राइम मामले में जेल गए अपराधियों ने आंध्र प्रदेश तथा तेलांगना के सैकड़ों लोगों को फोन कर दर्जनों लोगों से लाखों की ठगी की थी। इसका डिटेल्स भी तेलंगना पुलिस से धनबाद पुलिस को उपलब्ध हो गया है। गिरोह का संचालक विक्रम का रिश्तेदार अविनाश है। दो दिन पूर्व अपराधियों का लोकेशन बंगाल मिला था। लेकिन अब फिर से लोकेशन बदल गया है। धनबाद पुलिस की टीम सगरना समेत तीनों अपराधियों की तलाश में बिहार जाने की तैयारी में जुटी है। मालूम हो कि सोमवार की सुबह धनबाद थाना की पुलिस ने बेकारबांध स्थित अपना बसेरा फ्लैट में छापेमारी कर साइबर अपराधियों के एक संगठित गिरोह के 13 अपराधियों को गिरफ्तार किया था। जिसके पास से पुलिस ने 22 मोबाइल, दो लैपटॉप बरामद की थी। जब्त मोबाइल के जरिए पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। वहीं अपराधियों के पास से पुलिस ने एक नोट बुक भी बरामद किए हैं। जिसमें ठगी करनेवालों के फोन नंबर अंकित है। उन सभी फोन नंबर को पुलिस खंगाल रही है।

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