CSIR: सौर व वायु ऊर्जा की ओर बढ़ चला देश, वर्ष 2027 तक 14.5 फीसद नवीकरणीय स्रोत से बिजली की होगी आपूर्ति
नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत ने कहा कि भारत में वर्ष 2027 तक 73 फीसद तापीय स्त्रोत से और 14.5 फीसद नवीकरणीय स्त्रोत से विद्युत की आपूॢत होगी। 99.9 फीसद घरों में विद्युत और 80 मिलीयन से अधिक घरों में एलपीजी कनेक्शन लग चुके हैं।
धनबाद, जेएनएन। ऊर्जा उपभोग अगले 25 सालों में 4.5 फीसद प्रतिवर्ष बढऩे की संभावना है। भारत सौर और वायु जैसे सतत ऊर्जा संसाधनों पर ध्यान केंद्रित कर मजबूत ऊर्जा मिश्रण को अपनाने की ओर बढ़ रहा है। ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2026-27 के अंत तक भारत को स्वच्छ ऊर्जा संसाधनों से कुल स्थापित बिजली क्षमता का लगभग 43 फीसद प्राप्त होगा। यह बातें नीति आयोग के सदस्य पद्म भूषण डॉ. विजय कुमार सारस्वत ने कही। वह बुधवार को सिंफर में आयोजित सीएसआइआर के 79वें स्थापना दिवस समारोह को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत में वर्ष 2027 तक 73 फीसद तापीय स्त्रोत से और 14.5 फीसद नवीकरणीय स्त्रोत से विद्युत की आपूॢत होगी। 99.9 फीसद घरों में विद्युत और 80 मिलीयन से अधिक घरों में एलपीजी कनेक्शन लग चुके हैं। वर्ष 2022 तक 175 गीगाबाइट और फिर 450 गीगाबाइट तक नवीकरणीय ऊर्जा को प्राप्त करने का लक्ष्य है। सिंफर निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि सीएसआइआर सीकरी चेन्नई केंद्र में लिथियम बैटरी के विकास के लिए सीएसआइआर इनोवेशन सेंटर फॉर नेक्स्ट जेनरेशन एनर्जी सॉल्यूशन के तहत मिशन मोड परियोजना के लिए सिंफर योगदान दे रहा है।
उन्होंने कहा कि सिंफर के 75वें स्थापना दिवस पर 17 नवंबर को संस्थान राष्ट्र को 1.5 टीपीडी ऑक्सीजन एनरिच्ड प्रेशराइज्ड फ्लुइडाइज्ड बेड गैसीफिकेशन (पीएफबीजी)सुविधा समॢपत करेगा। सिनगैस से मेथनॉल संयंत्र के अधिष्ठापन की प्रक्रिया जारी है। 2022 की दूसरी तिमाही तक इसे अधिष्ठापित करने की योजना है। अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर ईएस द्वारकादास भी कार्यक्रम में वेब के माध्यम से शामिल हुए। विज्ञानी व विज्ञान विषयों में 90 फीसद अंक लाने वाले बच्चें को पुरस्कृत किया गया। डॉ. गौतम बनर्जी, डॉ.आरवीके सिंह, डॉ. सत्येद्र कुमार सिंह व अन्य उपस्थित थे।