साइबर अपराधियों से वसूली करता था सागर मंडल गिरोह
संस गलफरबाड़ी सागर मंडल अपहरणकांड के बाद एक नया चौकाने वाला खुलासा हुआ है। सूत्रो
संस, गलफरबाड़ी : सागर मंडल अपहरणकांड के बाद एक नया चौकाने वाला खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार सागर मंडल का अपहरणकर्ताओं का एक ग्रुप है। ग्रुप में सभी को अलग-अलग काम बांटा गया था। इन सबका हेड मृत्युंजय तिवारी व उसका भाई दिवाकर तिवारी था। इस ग्रुप में एक लड़के का काम नेट के जरिए साइबर क्राइम वाले का पता लगाना था। इस काम में उत्तम रजक उसकी मदद करता था। उसके बाद मृत्युंजय तिवारी व दिवाकर तिवारी अपनी वर्दी का धौंस दिखाकर साइबर क्राइम वाले से प्रत्येक महीने एक मोटी रकम लेते थे। रकम की लेन-देन विशाल शर्मा व मनीष कुमार करते थे। सागर मंडल भी इन्हीं की चपेट में आ गया। सागर मंडल गोविदपुर साहिबगंज सड़क के किनारे जामताड़ा में राम लखन होटल के समीप अपना घर बनवा रहा था। वहीं से उसे मुगमा ले आया और ज्यादा पैसे की मांग की गई। सागर मंडल के साथ लेन-देन की बात नहीं बनी। इसपर पर उसके परिवार वालों द्वारा फिरौती की मांग की सूचना जामताड़ा पुलिस को दी। इसके बाद जामताड़ा पुलिस से कार्रवाई करते हुए मुगमा से अपहरणकर्ताओं को दबोच लिया।