Covid-19 Hospital Dhanbad: बेड मिला न ऑक्सीजन, सेंट्रल में तड़पकर मरीज की माैत

Covid-19 Hospital पीएमसीएच जाने पर वहां कर्मचारी अछूत सा व्यवहार करने लगे। पांच को रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो कर्मचारी भाग खड़े हुए। सेंट्रल अस्पताल लाने पर उन्हें गेट पर छोड़ दिया गया।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 09:02 AM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 01:57 PM (IST)
Covid-19 Hospital Dhanbad:  बेड मिला न ऑक्सीजन, सेंट्रल में तड़पकर मरीज की माैत
Covid-19 Hospital Dhanbad: बेड मिला न ऑक्सीजन, सेंट्रल में तड़पकर मरीज की माैत

धनबाद, जेएनएन। कोरोना से ज्यादा लोग स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की अव्यवस्था में पीस रहे हैं। कोविड अस्पताल में ही अव्यवस्था के कई मामले सामने आ रहे हैं। एक मामला गोधर का है। यहां के एक व्यक्ति को 27 जुलाई को पॉजिटिव बताया गया। एक अगस्त को पुन: निगेटिव बताकर उन्हें छुट्टी दे दी गई। 31 जुलाई से उनका घर सील कर दिया गया। प्रशासन की वेबसाइट पर उत्तम रवानी नाम के इस शख्स की 26 जुलाई की रिपोर्ट निगेटिव दर्ज है। उनके बड़े भाई प्रोफेसर अशोक रवानी ने स्वास्थ्य व प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठाया है।

प्रोफेसर रवानी लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं, लेकिन उनके सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के साथ जो हुआ वह तो गुजर गया, लेकिन समाजिक दूरियां लोग बनाने लगे हैं। रिश्तेदारों की नौकरी चली गई।  इसी तरह बैंकमोड़ के अशोक सिंह के छोटे भाई आनंद सिंह की पिछले दिनों कोविड अस्पताल में मौत हो गई। उन्होंने भी स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्था पर दुख जताया है। डीसी, एसडीओ को शिकायत में कहा कि स्नोफिलिया मरीज उनके छोटे भाई आनंद सिंह की तबियत 4 अगस्त को बिगड़ गई। किसी निजी अस्पताल ने उन पर हाथ नहीं डाला।

पीएमसीएच जाने पर वहां कर्मचारी अछूत सा व्यवहार करने लगे। पांच को रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो कर्मचारी भाग खड़े हुए। सेंट्रल अस्पताल लाने पर उन्हें गेट पर छोड़ दिया गया। वहां से चलकर वार्ड गये। वहां भी एक घंटे तक न बेड न ऑक्सीजन मिला और भाई का निधन हो गया। यही नहीं, अंतिम यात्रा में भी उन्हें प्रशासनिक अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा। एक कर्मचारी के भरोसे दाह संस्कार किया गया। हम तीन भाइयों ने उसमें सहयोग किया। तब से आजतक उनके घर में किसी व्यक्ति का टेस्ट नहीं हुआ। बाद में निजी स्तर पर जांच करानी पड़ी। 

chat bot
आपका साथी