सरकार ने निर्धारित किया रेट, तो निजी जांच घर करने लगे कम सैंपल की जांच
धनबाद जिले में कोरोना वायरस की जांच करने वाली निजी जांच पैथोलॉजी सेंटर मरीजों की जांच कम करने लगी है। दरअसल आरटी-पीसीआर जांच के लिए सरकार ने 400 रुपये की दर निर्धारित कर दिया है। इसे देखते हुए अब निजी जांच घरो ने जांच करना बेहद कम कर दिया है। लिहाजा सभी मरीजों को जांच कराने के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर होना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : जिले में कोरोना वायरस की जांच करने वाली निजी जांच पैथोलॉजी सेंटर मरीजों की जांच कम करने लगी है। दरअसल आरटी-पीसीआर जांच के लिए सरकार ने 400 रुपये की दर निर्धारित कर दिया है। इसे देखते हुए अब निजी जांच घरो ने जांच करना बेहद कम कर दिया है। लिहाजा सभी मरीजों को जांच कराने के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर होना पड़ रहा है। जबकि सरकारी अस्पताल में चार से पांच दिन तक रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ रहा है। जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉ. राजकुमार सिंह बताते हैं कि जांच घरों को अधिक से अधिक जांच करने का निर्देश दिया गया है। समय-समय पर टीम इसकी निगरानी कर रही है, जो भी कोताही करेंगे उन पर कार्रवाई होगी। घर जाकर सैंपल लेना भी किया बंद : धनबाद में लाल पैथ लैब और एसआरएल को जांच के लिए सरकार से मान्यता मिली है। पिछली वर्ष महामारी में जांच के लिए तीन से चार हजार रुपये लिए जा रहे थे। तब निजी जांच घर के लोग घर-घर जाकर सैंपल संग्रह कर रहे थे। लेकिन अब दर 400 निर्धारित करने के बाद निजी जांच घरों ने जांच करना ही कम कर दिया है। साथ ही सैंपल लेना भी बंद कर दिया है। कई लोगों ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग से भी की है। नियमानुसार इन जांच घरों को अधिक से अधिक जांच करना है। फर्जी रिपोर्ट में लाल पैथ लैब पर हो चुकी है कार्रवाई : इससे पहले लाल पैथ लैब का फर्जी रिपोर्ट के मामले में कार्रवाई हो चुकी है। झरिया और सिदरी के कर्मचारी ऑनलाइन फर्जी निगेटिव रिपोर्ट पैसे लेकर बना रहे थे। पूरे मामले की जांच जिला प्रशासन ने की और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई।