भागो...भागो... एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय में घुसा कोरोना संक्रमित; कर्मियों में दहशत का माहौल

एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय में मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव मरीज के प्रवेश कर जाने से कर्मियों में दहशत का माहौल है। जानकारी के अनुसार कालीमाता के रहने वाले महेन्द्र पासवान टीबी मरीज हैं जिसका इलाज महीनों से भालुकसुंधा कालोनी के रहने वाले डॉक्टर एसबी दे के यहां चल रहा था।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 04:41 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 04:41 PM (IST)
भागो...भागो... एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय में घुसा कोरोना संक्रमित; कर्मियों में दहशत का माहौल
कोरोना पॉजिटिव मरीज के प्रवेश कर जाने से कर्मियों में दहशत का माहौल है। (फाइल फोटो)

गलफरबाड़ी, जेएनएन : एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय में मंगलवार को  कोरोना पॉजिटिव मरीज के प्रवेश कर जाने से कर्मियों में दहशत का माहौल है। जानकारी के अनुसार कालीमाता के रहने वाले महेन्द्र पासवान टीबी मरीज हैं जिसका इलाज महीनों से भालुकसुंधा कालोनी के रहने वाले डॉक्टर एसबी दे के यहां चल रहा था। 

विगत 5 मै को महेन्द्र पासवान तय समय के अनुसार  जांच कराने पहुंचा तो चिकित्सक ने कहा कि पहले कोरोना जांच करा कर आइए।  तभी  जांच करूँगा। इसके बाद महेन्द्र पासवान ने 6 मई को निरसा स्वास्थय केन्द्र में कोरोना जांच  करवाई।     मंगलवार को निरसा स्वास्थय केन्द्र से कोरोना संक्रमित होने का उसके पास मैसेज आया। इसके अलावे फोन आना शुरू हो गया।  तभी महेन्द्र  एग्यारकुंड प्रखण्ड कार्यालय पहुंच गया। चपरासी से प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के बारे में पूछताछ की तो उसने ने कहा कि अभी तक बीडीओ नही आए हैं । कब आएंगे पता नहीं । इस पर महेन्द्र ने चपरासी  से मेन गेट खोलने का आग्रह किया।  जब चपरासी ने मेन गेट खोला  तो वाह प्रखण्ड कार्यालय के अंदर 

आकर बेंच पर बैठ गया। जब कार्यालय कर्मी  द्वारा बीडीओ से मिलने के कारण पूछा गया तो महेन्द्र ने सारी बात बताई। फिर क्या था व्यक्ति को कोरोना संक्रमण की जानकारी होने पर कर्मियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में एंबुलेंस बुलाया गया और उसे  निरसा पोलीटेक्नीक भेज दिया गया। इसके बाद पूरे प्रखण्ड कार्यालय को सैनिटाइज कराया गया। हालांकि,  फिर भी कर्मियों में भय का माहौल बना हुआ है।

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