SAIL: बोकारो स्टील प्लांट के स्टाक यार्ड में क्रेन से दबकर मजदूर की मौत, 25 लाख मुआवजा के लिए गेट जाम

झारखंड इस्पात मजदूर यूनियन के अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने बताया है कि बैजू की मौत में प्रबंधन की लापरवाही साफ दिख रही है। बैजू के आश्रित को 25 लाख रुपये व नौकरी मिले। जो उपकरण खराब हैं उनको हटाया जाए और सुरक्षा प्रबंध यहां पर और पुख्ता हों।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 07:56 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 07:56 AM (IST)
SAIL: बोकारो स्टील प्लांट के स्टाक यार्ड में क्रेन से दबकर मजदूर की मौत, 25 लाख मुआवजा के लिए गेट जाम
सेल का बोकारो स्टील प्लांट ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, बोकारो। सेल के केंद्रीय विपणन संगठन के स्टाक यार्ड में शनिवार की शाम हुई दुर्घटना में ठेका श्रमिक बैजू यादव की मौत हो गई। वह दिल्ली की कंपनी श्याम स्टील के लिए काम करता था। शनिवार की रात स्टील वायर लोड करने के लिए लगी क्रेन अचानक लुढ़क गई। वह उसके पहिये के नीचे आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से नाराज श्रमिकों ने बैजू का शव लेकर गेट जाम कर दिया है।

बैजू के पुत्र अंजीत यादव ने बताया कि उनका पूरा परिवार कैंप-वन स्थित झोपड़ी में ही रहता है। पिता शाम सात बजे स्टील का तार लोड करवा रहे थे। क्रेन का ब्रेक फेल था, इसलिए वह लुढ़क गई। इधर झारखंड इस्पात मजदूर यूनियन के अध्यक्ष हरेंद्र ङ्क्षसह ने बताया है कि बैजू की मौत में प्रबंधन की लापरवाही साफ दिख रही है। बैजू के आश्रित को 25 लाख रुपये व नौकरी मिले। जो उपकरण खराब हैं उनको हटाया जाए और सुरक्षा प्रबंध यहां पर और पुख्ता हों।

सेल के केंद्रीय विपणन संगठन में काम करने वाले श्रमिकों ने बताया कि यहां से पूरे देश में इस्पात उत्पाद की आपूर्ति होती है। बावजूद यहां सुरक्षा मानकों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। सेल के अधिकारी और ठेकेदार यहां के मजदूरों पर ध्यान नहीं देते। न यहां मजदूरों को उचित मानदेय मिलता है और न ही सुरक्षा सामग्री। मजबूरी के कारण कम पैसे में कर्मी काम करने को मजबूर हैं। स्टाक यार्ड के अंदर सामान की लोङ्क्षडग करने वाली अधिकांश क्रेन काफी पुरानी हैं। जांच में यदि कागजों की पड़ताल हो जाए तो सारी हकीकत सामने आ जाएगी। मगर न तो इनकी नियमित जांच होती है और न ही रखरखाव।

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