कार सेवा का दम... निरसा के जोराडीह गांव में ग्रामीणों ने खोद डाला तालाब, काफूर हुआ जलसंकट

गांव में पेयजल की किल्लत को देखते हुए झारखंड राज्य जल छाजन मिशन ने यहां सर्वे किया। लोगों से जमीन देने और सहयोग से तालाब बनाने की बात कही। लोगों को मिशन की यह योजना पंसद आई। निर्णय हुआ कि गांव के दोनों तरफ तालाब बनाया जाएगा।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:59 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:59 AM (IST)
कार सेवा का दम... निरसा के जोराडीह गांव में ग्रामीणों ने खोद डाला तालाब, काफूर हुआ जलसंकट
तालाब के सामने खड़े जोराडीह के ग्रामीण ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। जिले के निरसा प्रखंड अंतर्गत सोनबाद पंचायत के जोराडीह गांव में पेयजल की बहुत अधिक किल्लत थी। कुआं का पानी पाताल जा रहा था और गर्मी शुरू होते ही यहां के चापानल पानी देना बंद कर देते थे। बीते दस सालों से यह समस्या विकराल रूप धारण करते जा रही थी। तीन साल पूर्व गांव में तालाब लोगों ने तालाब बनाने का निर्णय लिया और जब तालाब बनकर तैयार हुआ तो गांव के कुआं और चापनलों में पूरी गर्मी पानी मिलने लगा।

ऐसा बना तालाब

गांव में पेयजल की किल्लत को देखते हुए झारखंड राज्य जल छाजन मिशन ने यहां सर्वे किया। लोगों से जमीन देने और सहयोग से तालाब बनाने की बात कही। लोगों को मिशन की यह योजना पंसद आयी। निर्णय हुआ कि गांव के दोनों तरफ तालाब बनाया जाएगा। इसके लिए तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग मिशन करेगी और तालाब के निर्माण में लोगों को लगना होगा। निर्णय पर गांव के गणेश बाउरी, प्रशांत कुमार साधु, टुम्पा बाउरी, प्रदीप बाउरी, सपन बाउरी समेत लोगों ने एक टीम बनाया और तालाब बनाने का काम शुरू किया। गांव के दोनों छोर पर एक लाख घन फीट का तालाब निर्माण किया गया। बीते दो सालों में इस तालाब में बरसात के दिनों में लबालब पानी भरा और परिणाम अब सामने है।

गांव में सरकारी और निजी कुआं दोनों हैं। चापानल भी लगा हुआ है। पिछली गर्मी में दोनों का जल स्तर कम नहीं हुआ। इस बार भी तालाब में अब भी पानी भरा हुआ है। उम्मीद है कि इस बार भी लोगों को पेयजल के लिए दिक्कत नहीं होगी।

- गणेश बाउरी ग्रामीण

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