Commercial Mining: भारत छोड़ो आंदोलन के दिन केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे मजदूर संगठन, कोयला उद्योग में फिर होगी हड़ताल
Commercial Mining 18 अगस्त को प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर 1 अगस्त 2020 को सभी कोयला कंपनी के सीएमडी को संयुक्त मोर्चा के हस्ताक्षर से नोटिस दिया जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। Commercial Mining का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोयला उद्योग में 2 से 4 जुलाई तक तीन दिवसीय हड़ताल करने के बाद अब 9 अगस्त, 2020 को भारत छोड़ो आंदोलन के दिन विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया है। इसके बाद 18 अगस्त को एक बार फिर मजदूर संगठन कोयला उद्योग में हड़ताल करेंगे। इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी ने देश के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके आगामी 9 अगस्त से भारत छोड़ो आंदोलन के दिन केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ देशभर में विरोध दिवस मनाने का फैसला लिया है।
राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन (इंटक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय मंगल सिंह ने रेड्डी के द्वारा घोषित कार्यक्रम को जोरदार और शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाने का आह्वान किया है। इंटक सचिव एके झा बताया कि इंटक सहित देश के सभी श्रमिक संगठनों ने सरकार के कॉमर्शियल माइनिंग करने के निर्णय के खिलाफ 18 अगस्त 2020 की प्रथम पाली से 1 दिन का हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इस हड़ताल के समर्थन में देश के कई पब्लिक सेक्टर के मजदूर भी हड़ताल करने जा रहे हैं। 1 अगस्त 2020 को सभी कंपनी के सीएमडी को संयुक्त मोर्चा के हस्ताक्षर से 18 अगस्त की प्रस्तावित एक दिवसीय हड़ताल की नोटिस दी जाएगी। 1 अगस्त 2020 से 17 अगस्त 2020 तक पूरे कोल इंडिया में कोयला मजदूर विरोध दिवस मनाएंगे। 9 अगस्त को संपूर्ण देश में देश के सभी यूनियन विरोध दिवस मना रहे हैं। फेडरेशन से संबंधित सभी श्रमिक संगठनों से अपील है कि वो ईमानदारी से, मजबूती से, 18 अगस्त की हड़ताल को सफल बनाने और 9 अगस्त की विरोध दिवस को ऐतिहासिक बनाने का काम करें।