पावर प्लांट में जरूरत से कम हो रही कोयला की सप्लाई

कोयला उत्पादन में कमी का असर बिजली उत्पादन पर दिखने लगा है। इसके कारण शहर से लेकर गांव तक में 10 से 12 घंटे तक पावर कट की समस्या आ रही है। पावर प्लांटों में कोयले की डिमांड को पूरा करने में देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया पीछे है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 06:02 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 06:02 AM (IST)
पावर प्लांट में जरूरत से कम हो रही कोयला की सप्लाई
पावर प्लांट में जरूरत से कम हो रही कोयला की सप्लाई

जागरण संवाददाता, धनबाद : कोयला उत्पादन में कमी का असर बिजली उत्पादन पर दिखने लगा है। इसके कारण शहर से लेकर गांव तक में 10 से 12 घंटे तक पावर कट की समस्या आ रही है। पावर प्लांटों में कोयले की डिमांड को पूरा करने में देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया पीछे है। स्थिति यह है कि कोल इंडिया प्रतिदिन 310 रैक की जगह मात्र 265 रैक ही आपूर्ति कर पा रही है। डीवीसी, एनटीपीसी, डब्ल्यूपीडीसीएल के पावर प्लाटों में स्टाक में भारी कमी हो गई है। यहां एक सप्ताह से भी कम कोयले का स्टाक है। वहीं कोल इंडिया का 40.02 लाख टन कोयले का ही स्टाक है। पावर प्लांट में लगातार घट रहा स्टाक

आयात कोयला में दामों में वृद्धि होने के कारण कंपनियां विदेश से कोयला नहीं मंगा रही है। ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार देश में 71 फीसदी कोयला आधारित पावर प्लांट है। 135 थर्मल पावर प्लांट में 73 पावर प्लांट में तीन दिन से कम का कोयला स्टाक है। 49 में चार से आठ दिन का कोयला है। 13 पावर प्लांट में दस से अधिक दिन का स्टाक है। ऐसे में अगर कोयला सप्लाई नहीं बढ़ाया गया तो आने वाले समय में कई शहर अंधेरा में डूब जाएगा। कंपनी- सप्लाई लक्ष्य - हो रहा

ईसीएल- 21 - 16 बीसीसीएल - 24 - 16 सीसीएल - 46 - 45 एनसीएल - 35 - 34

डब्ल्यूसीएल - 32 - 24 एसईसीएल - 50 - 41 एमसीएल - 102 - 89 सेंट्रल ग्रिड व डीवीसी से धनबाद को कम मिल रही बिजली

वहीं धनबाद को मांग के अनुसार बिजली नहीं मिल रही है। स्थिति यह है कि धनबाद में बिजली संकट गहरा गया है। डीवीसी के साथ-साथ कांड्रा सेंट्रल ग्रिड से कम बिजली मिल रही है। सेंट्रल ग्रिड से 60 मेगावाट की जगह 28 से 30 तो डीवीसी से 225 की जगह 150 व 125 मेगावाट बिजली सप्लाई ही कर रहा है। इससे जिले में लोड शेडिंग बढ़ गया है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक अजीत कुमार ने बताया कि डीवीसी छह से आठ घंटे तक लोड शेडिग होने की बात कह रही है।

पावर प्लांट को कोल इंडिया प्रत्येक दिन 15 लाख टन कोयला सप्लाई कर रही है। रेलवे के साथ-साथ अन्य संसाधन के माध्यम से कोयला सप्लाई बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। -- विनय दयाल, कोल इंडिया तकनीकी निदेशक

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