Jharia Master Plan: कोयला सचिव ने की झरिया पुनर्वास की समीक्षा, खतरनाक इलाकों से लोगों को हटाने का निर्देश

झरिया पुनर्वास व विकास प्राधिकार के प्रभारी पदाधिकारी अमर प्रसाद ने बताया कि सभी जीएम को पुनर्वास कार्य तेज करने के लिए जेआरडीए ने पत्र जारी कर दिया था। उनकी ओर से 10 लोगों की सूची भी मुहैया कराई गई जिस पर जेआरडीए ने स्वीकृति दे दी है।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:20 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:20 AM (IST)
Jharia Master Plan: कोयला सचिव ने की झरिया पुनर्वास की समीक्षा, खतरनाक इलाकों से लोगों को हटाने का निर्देश
झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार कार्यालय ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने मंगलवार को जेआरडीए पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें बीसीसीएल के पदाधिकारी भी शामिल हुए। उन्होंने खतरनाक इलाकों से लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया। झरिया विहार कॉलोनी में भी निर्माण कार्य तेज करने व खाली आवासों में पुनर्वासित करने का निर्देश दिया गया।

पुनर्वास के लिए धन की कमी नहीं

बैठक की जानकारी देते हुए सीएमडी पीएम प्रसाद ने बताया कि कोरोना काल में पुनर्वास व भवन निर्माण की गति धीमी हो गई थी। अब जबकि दूसरी लहर लगभग समाप्ति पर है तो कोयला सचिव ने समीक्षा की। उन्होंने बजट की भी समीक्षा की और कहा कि पुनर्वास कार्य में धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने खाली आवासों की जानकारी ली और कहा कि उसमें जल्द से जल्द लोगों को पुनर्वासित किया जाए। बताया कि मानसून के कारण अग्नि प्रभावित इलाकों में लोगों का रहना खतरनाक हो सकता है लिहाजा इस ओर जल्द कदम उठाए जाएं। बैठक में सीएमडी के अलावा धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह, बीसीसीएल के डीटी चंचल गोस्वामी, जरेडा के प्रभारी पदाधिकारी अमर प्रसाद आदि मौजूद थे। 

2000 आवास हैं खाली

झरिया पुनर्वास व विकास प्राधिकार के प्रभारी पदाधिकारी अमर प्रसाद ने बताया कि सभी जीएम को पुनर्वास कार्य तेज करने के लिए जेआरडीए ने पत्र जारी कर दिया था। उनकी ओर से 10 लोगों की सूची भी मुहैया कराई गई जिस पर जेआरडीए ने स्वीकृति दे दी है। अन्य लोग जो खतरनाक स्थिति में हैं लेकिन उनका नाम सर्वे सूची में नहीं है उन्हें अन्य खाली भवनों में रखने को भी कहा गया है। यह काम क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को करना है। बीसीसीएल महाप्रबंधक जिन लोगों को भी झरिया विहार कॉलोनी के लिए नामित करेंगे उन्हें बसाने के लिए जेआरडीए तैयार है। फिलहाल 2000 आवास खाली पड़े हैं।

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