Coal India: तीन मेगा प्रोजेक्ट से 10 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य, खर्च हो रहा 2126 करोड़ राशि

कोयला मंत्रालय को कोल इंडिया की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में कहा है कि 114 का विस्तार से रिपोर्ट दिया है। इसमें इसका भी जिक्र है कि 39 परियोजनाएं समय से काफी विलंब चल रही है। देरी का मुख्य कारण पर्यावरणीय मंजूरी व जमीन संबंधित मामला है।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 11:58 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 11:58 AM (IST)
Coal India: तीन मेगा प्रोजेक्ट से 10 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य, खर्च हो रहा 2126 करोड़ राशि
कोयला उत्पादन बढ़ाने के लिए कोल इंडिया कर रहा काम।

आशीष अंबष्ठ, धनबाद : मिनी रत्न कंपनी भारत कोङ्क्षकग कोल लिमिटेड में तीन मेगा प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। इस मद में कंपनी की ओर से 2125.67 करोड़ राशि खर्च की जा रही है। 2023-24 तक इन तीनों प्रोजेक्ट से 10.5 मिलियन टन प्रत्येक साल उत्पुादन करने का लक्ष्य रखा गया है। कोल इंडिया की ओर से कोयला मंत्रालय को भेजी गई इस सप्ताह रिपोर्ट में इसका जिक्र किया किया है।

कोयला मंत्रालय को कोल इंडिया की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में कहा है कि 114 का विस्तार से रिपोर्ट दिया है। इसमें इसका भी जिक्र है कि 39 परियोजनाएं समय से काफी विलंब चल रही है। देरी का मुख्य कारण पर्यावरणीय मंजूरी व जमीन संबंधित मामला है। इस मद में कुल करीब 1.19 लाख करोड़ रुपया का बजट तय किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019-20 में कोल इंडिया की 1976 करोड़ रुपया मंजूरी वाली 27.60 मिलियन टन प्रतिवर्ष क्षमता की 9 परियोजनाएं पूरी हुई है। कोयला मंत्रालय ने स्पष्ट कहा कि है सभी परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में तेजी लाए।

राज्य सरकार के साथ रखे तालमेल :

कोयला मंत्रालय से स्पष्ट कहा कि परियोजना विस्तारीकरण व नई परियोजनाओं के काम को पूरा करने में किसी तरह की आ रही परेशानी को दूर करने के लिए राज्य सरकार के साथ साथ स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन के साथ तालमेल के साथ काम करें। आपसी तालमेल जरूरी है। स्थानीय लोगों में विश्वास के साथ काम करने की जरूरत है।

बीसीसीएल की दो भूमिगत व एक खुली खदान

बीसीसीएल की मुनीडीह 15 सीम, मुराइडीह भूमिगत खदान व नार्थ तिसरा व साउथ तिसरा खुली खदान का नाम शामिल है। मुनीडीह से 2.5 मिलियन टन हर साल कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। 1238.27 करोड़ राशि खर्च की जा रही है। मुराईडीह यूजी माइंस से 2 मिलियन टन व 339.80 करोड़ राशि खर्च हो रही है। नार्थ व साउथ तिसरा प्रोजेक्ट से 6 मिलियन टन प्रत्येक साल कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए 555.52 करोड़ राशि खर्च की जा रही है।

इन कंपनी के प्रोजेक्ट :

बीसीसीएल 3

सीसीएल 23

ईसीएल 08

एमसीएल 22

एनसीएल 07

एनईसी 04

एसईसीएल 29

डब्ल्यूसीएल 18

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