Coal India: कार्यकारी निदेशक ने बीसीसीएल की खदानों का किया निरीक्षण, सुरक्षा की कीमत पर उत्पादन नहीं

बीसीसीएल के कतरास क्षेत्र संख्या 4 के अंतर्गत एकीकृत एपी सीजी(चैतूडीहगजलीटांड ) कोलियरी का दौरा सुरक्षा टीम ने किया। ईडी सेफ्टी ने कहा कि आने का मुख्य कारण सुरक्षा का माहौल तैयार करना है। ताकि यहां पर काम करने वाले मजदूर सुरक्षा के प्रति सचेत रहें।

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 09:44 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 09:44 AM (IST)
Coal India: कार्यकारी निदेशक ने बीसीसीएल की खदानों का किया निरीक्षण, सुरक्षा की कीमत पर उत्पादन नहीं
निरीक्षण के दाैरान कोल इंडिया के कार्यकारी निदेशक और अन्य।

जागरण संवाददाता, धनबाद। भूमिगत व खुली खदानों की सुरक्षा को लेकर कोल इंडिया गंभीर हो गई है। इस दिशा में कोल इंडिया की एक उच्च स्तरीय टीम कोयला कंपनियों का दौरा कर सुरक्षा का जायजा ले रही है। इसी क्रम में कोल इंडिया कार्यकारी निदेशक (सुरक्षा) की टीम दो दिन से बीसीसीएल के दौरे पर है। कार्यकारी निदेशक एन दास ने कहा कि बीसीसीएल में आग के कारण कोयला खनन करने में कई तरह की परेशानी है। भूमिगत खदानें काफी पुरानी हो गई है। नई तकनीकी विकसित कर कोयला खनन पर जोर देने होगा। सुरक्षा पहली प्राथमिकता में है। कई नई तकनीक का उपयोग इन माइंस में हो सकता है। दास ने कहा कि श्रमिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। इसके लिए अधिकारियों को पहल करना होगा।

गजलीटांड की रिपोर्ट पर कोल इंडिया लेगी निर्णय

बीसीसीएल के कतरास क्षेत्र संख्या 4 के अंतर्गत एकीकृत एपी सीजी(चैतूडीह,गजलीटांड ) कोलियरी का दौरा सुरक्षा टीम ने किया। ईडी सेफ्टी ने कहा कि आने का मुख्य कारण सुरक्षा का माहौल तैयार करना है, ताकि यहां पर काम कर रहे हैं लोग सुरक्षा के प्रति जागरूक हो और हमारे सुरक्षा पदाधिकारी एवं समिति के सदस्यों को भी इसकी जानकारी मिल सके। गजलीटांड माइंस के बारे में कहा कि हम देखने के लिए आये हैं कि इस माइंस को चलाना कितना जरूरी है क्योंकि यहां पर कोयला बहुत ही नीचे है। इसे चलाने में कितना आर्थिक फायदा या नुकसान होगा। सुरक्षा लिहाज से क्या जरूरत हो सकती है। इन सब पर रिपोर्ट तैयार कर कोल इंडिया को दी जाएगी। उसके बाद पूरी रिपोर्ट कोयला मंत्रालय जाएगी। उच्च स्तरीय टीम रिपोर्ट देखने के बाद इस पर आगे अपना निर्णय देगी।

सुरक्षा का अध्ययन

टीम ने कोयला भवन सेफ्टी विभाग की टीम के साथ हाल के दिनों में खान दुर्घटना में घटी घटनाओं के कारणों को लेकर भी विस्तार से अध्ययन किया। कहा कि जहां भी सुरक्षा लिहाज से कमी लगे वहां तुरंत सुरक्षा उपलब्ध कराएं। जरूरत पड़े तो काम को वहां बंद कर वरीय अधिकारियों से दिशा निर्देश लें।

इस मौके पर कोयला मंत्रालय की तकनीकी अधिकारी पीयूष कुमार कतरास क्षेत्र के महाप्रबंधक एके सिंह, सेफ्टी जीएम ए द्विवेदी, प्रोजेक्ट मैनेजर रामानुज कुमार आदि मौजूद थे।

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