Coal India Chairman ने साै फीसद कोरोना टीकाकरण के लिए बढ़ाया दबाव, बीसीसीएल मुख्यालय में आज शिविर

BCCL के कार्मिक निदेशक के स्वास्थ्य तकनीकी सचिव डॉक्टर डीके सिंह ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। उन्होंने कहा है कि जो भी कर्मचारी अथवा अधिकारी टीका लेना चाहें या अपने आश्रित को टीका दिलाना चाहें वे स्वास्थ्य कार्ड लेकर शिविर में पहुंचे।

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 08:39 AM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 08:39 AM (IST)
Coal India Chairman ने साै फीसद कोरोना टीकाकरण के लिए बढ़ाया दबाव, बीसीसीएल मुख्यालय में आज शिविर
कोल इंडिया के कर्मचारयों और अधिकारियों के बीच चल रहा कोरोना टीकाकरण अभियान ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल के निर्देश पर कोल इंडिया के सौ फीसद कर्मचारियों, अधिकारियों एवं उनके आश्रितों का टीकाकरण करवाने का अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत सोमवार को बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में भी टीकाकरण शिविर लगाया गया है। सुबह 9:30 से यह शिविर कोयला भवन के बेसमेंट में लगाया गया है। इसमें तमाम अधिकारी एवं कर्मचारी जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लिया है, वह अथवा उनके स्वजन जिनका अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें टीका दिया जाएगा।

भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के कार्मिक निदेशक के स्वास्थ्य तकनीकी सचिव डॉक्टर डीके सिंह ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। उन्होंने कहा है कि जो भी कर्मचारी अथवा अधिकारी टीका लेना चाहें या अपने आश्रित को टीका दिलाना चाहें वे स्वास्थ्य कार्ड लेकर शिविर में पहुंचे। शिविर में ठेका कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के भी टीकाकरण की व्यवस्था है। उन्हें अपने विभागाध्यक्ष एक कंपनी के महाप्रबंधक से आग्या पत्र लाना होगा। हालांकि बीसीसीएल में पहल तब की जा रही है जबकि अधिकांश कर्मचारियों व अधिकारियों का टीकाकरण हो चुका है। तकरीबन 35 हजार से ऊपर अधिकारियों कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है। काफी संख्या में उनके आश्रितों ने भी कोविड-19 टीका ले रखा है। बता दें कि बीसीसीएल ने 10,000 टीके अपने कर्मचारियों, आश्रितों के लिए मंगवाए थे। सभी क्षेत्रों में शिविर लगाकर टीकाकरण किया गया था।

कोयला नगर के सामुदायिक भवन में भी लगातार केंद्र संचालित कर टीकाकरण किया गया। हालांकि केंद्र सरकार की ओर से 18 प्लस टीकाकरण की जिम्मेदारी भी स्वयं लेने के बाद से सार्वजनिक कंपनियों पर स्वयं टीका खरीदने का दवा बढ़ाया गया है। धनबाद में भी इसका असर देखने को मिला। सबसे शुरुआती टीकाकरण केंद्र रहे केंद्रीय अस्पताल में टीके की आपूर्ति जिला प्रशासन की ओर से लगभग रोक दी गई।

chat bot
आपका साथी