गजलीटांड़ खान दुर्घटना में शहीद श्रमिकों को श्रद्धांजलि
संवाद सहयोगी कतरास गजलीटांड़ खान त्रासदी की बरसी पर रविवार को शहीद के स्वजन बीसीसीएल
संवाद सहयोगी, कतरास: गजलीटांड़ खान त्रासदी की बरसी पर रविवार को शहीद के स्वजन, बीसीसीएल के अधिकारी, श्रमिक नेता व जनप्रतिनिधियों ने शहीद स्तंभ पर पुष्प पर अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सर्वधर्म प्रार्थना सभा में हैदर अली ने कुरान तथा पंडित कौशल पाठक व संजय पाठक ने विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ किया। बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद सहित निदेशक मंडल व यूनियन प्रतिनिधियों ने स्नेह स्मृति उपवन में पौधारोपण किया। दो मिनट मौन रखकर शहीद कर्मियों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। 25 सितंबर 1995 की काली रात गजलीटांड़ कोलियरी के छह नंबर भूमिगत खदान में कतरी नदी का पानी घुस जाने के कारण 64 कोल कर्मियों की जलसमाधि हो गई थी। श्रद्धांजलि अर्पित करनेवालों में बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद, डीटी चंचल गोस्वामी, डीपी पीवीकेआर मल्लिकार्जुन राव, जीएम अरुण कुमार सिंह, एपीएम सुरेंद्र भूषण, पीओ रामानुज प्रसाद, पीएम पीएन सिंह, प्रबंधक मोहन मुरारी, विधायक ढुलू महतो, राकोमसं के महामंत्री एके झा, जेबीसीआई के सदस्य केपी गुप्ता, बिदेश्वरी प्रसाद, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा, प्रखंड प्रधान मीनाक्षी रानी गुड़िया, जिप सदस्य सुभाष राय, बीसीकेयू के महामंत्री हलधर महतो, शकील अहमद, भोला राम, रमेश विश्वकर्मा, राजेंद्र प्रसाद राजा, जयदेव पांडेय, योगेंद्र महथा, श्रीभगवान सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, छोटू सिंह, गौतम मंडल, अशोक लाल, रामचंद्र पासवान, शिव प्रसाद महतो, ठाकुर महतो, बिनोद कुमार सिंह, श्रीकांत सिंह, मंटू सिंह, अशोक यादव, नागेंद्र वर्मा, बरजू बाउरी, सत्येंद्र सिंह, हरेंद्र सिंह आदि शामिल थे।
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रो-रोकर सीएमडी के समक्ष शहीद की पत्नी ने बताई समस्या
शहीद श्रमिक असगर अली की पत्नी अनसरिया खातून सीएमडी के सामने फफक-फफक कर रो पड़ी। उसका कहना था कि पुत्र फिरोज नौकरी कर रहा है। आवास जर्जर है, एक वर्ष पूर्व तक तीन सौ रुपये पेंशन मासिक मिलती थी, लेकिन अब एक साल से वह भी बंद है। विभाग के पदाधिकारियों को आवेदन सौंपा गया है, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई है। सीएमडी ने जीएम एके सिंह को शीघ्र ही इसपर पहल करने का निर्देश दिया।
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शहीद श्रमिकों के आश्रित को नियोजन दिया जा चुका है। हमारे यहां आवास पर्याप्त है। आवेदन देने पर आवंटित किया जाएगा। शहीद श्रमिकों के आश्रितों की परेशानियों को दूर किया जाएगा।
---पीएम प्रसाद, सीएमडी, बीसीसीएल
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जब कभी कोयला खदान में घटना घटी है, तब-तब बीसीसीएल प्रबंधन ने बड़े-बड़े वादे किए हैं। हालांकि अधिकतर वादे पूरे नहीं किए जाते। शहीद श्रमिकों के आश्रितों को जो मुआवजा व सुविधा मिलना चाहिए था, वह आज तक नहीं मिल पाया है। कतरास से गजलीटांड़ को जोड़ने वाली सड़क की हालत दयनीय है। प्रबंधन इन बातों पर पहल करें।
ढुलू महतो, विधायक