Farmers Protest: तीन नए कृषि कानून के विरोध में सड़क पर उतरे वामपंथी संगठन, किसान आंदोलन के समर्थन में पीएम का किया पुतला दहन
सीटू से सम्बद्ध बिहार कोलियरी कामगार यूनियन ने दिल्ली में किसानों के आन्दोलन का समर्थन किया है। बीसीकेयू की ओर से बेरा- दोबारी कोलियरी में किसानों की मांगों पर केंद्र सरकार से सम्मानजनक समझौता करने की मांग की है।
धनबाद, जेएनएन। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब से लेकर दिल्ली तक में चल रहे किसान आंदोलन के बीच शनिवार को वामपंथी संगठनों ने अपनी ताकत दिखाई। किसान आंदोलन के समर्थन में धनबाद जिला मुख्यालय और आसपास के इलाकों में जगह-जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके गए। इस दाैरान उपायुक्त के माध्यम से कृषि कानून को समाप्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति को मांग पत्र साैंपा गया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से वामपंथी दलों ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करते हुए किसान विरोधी कृषि कानून और विधुत (संशोधन) विधेयक वापस लिए जाने की मांग की है। इससे पूर्व रणधीर वर्मा चौक में किये गए प्रदर्शन में सीपीआईएम, सीपीआई, मासस, सीपीआई एम एल, सीआईटीयू सहित कई जन संगठन के लोग शामिल थे। इस दौरान केंद्र सरकार का पुतला भी जलाया गया। बाद में उपायुक्त के द्वारा राष्ट्रपति को संबोधित 5 सूत्री मांग पत्र शनिवार को सौंपा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड हरिप्रसाद पप्पू ने कर रहे थे। मौके पर राम कृष्णा पासवान, शिवबालक पासवान, मोहम्मद फिरोज रजा, मुस्तकीम खान, महमूद आलम, रामबालक, नीला मय गोस्वामी, नकुल देव सिंह, बजरंगी गुप्ता, जी आर मेहता, रमेश कुमार उर्फ गुड्डू, सुमित्रा दास, सरोज देवी, मंजू देवी, देवी लाल महतो, विश्वजीत राय, भूटन सिंह, अखिलेश महतो, अनिल कुमार सिंह, मोहम्मद युसूफ, राणा चटराज तथा सैकड़ों वामपंथी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
दोबारी में बीसीकेयू ने किया प्रदर्शन
सीटू से सम्बद्ध बिहार कोलियरी कामगार यूनियन ने दिल्ली में किसानों के आन्दोलन का समर्थन किया है। झरिया के बेरा- दोबारी कोलियरी में किसानों की मांगों को लेकर प्रदर्शन कर बीसीकेयू ने केंद्र सरकार से सम्मानजनक समझौता करने की मांग की है। इस दाैरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन भी किया गया। शनिवार को केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए बीसीकेयू के नेतृत्व में कोयला मजदूरों ने किसानों के समर्थन में जुलूस निकालकर बेरा हाजिरी घर से ऑफिसर कॉलोनी तक पैदल मार्च किया। इसके बाद चौक पर पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय संगठन सचिव आनंदमय पाल ने की। उन्होंने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीति से देश के करोडों किसानों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। सरकार किसान विरोधी निर्णय को तुरंत वापस लें। किसानों की मांगें जब तक पूरी नहीं होगी। बीसीकेयू का आन्दोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
मौके पर असित चटर्जी, पतित पावन माजी, लीला चौहान, आनंद लाल महतो, संजय गणक, प्रभाष पाल, संजीत कुमार, सुशीला कुमारी, लुखी मांझी, नरेश रजक, रामू मांझी, सुमित कुमार सहित सैकड़ों मजदूर थे।