CISF: नक्सल क्षेत्र में ड्यूटी करने वाले 3737 जवानों के बीच 50 करोड़ का भुगतान, हरेक के खाते में औसतन 2.5 लाख की राशि पहुंची
जवानों व अधिकारियों के बीच एकमुश्त राशि का भुगतान किए जाने के बाद केंद्र सरकार ने इस राशि का खर्च सही जगह करने के लिए कमेटी बनाई है। कमेटी जवानों को जागरूक करेगी। राशि माता-पिता के इलाज बच्चों की पढ़ाई बेटी की शादी गृह निर्माण पर खर्च की जानी है।
धनबाद [ आशीष अंबष्ठ ]। धनबाद जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों व अधिकारियों को केंद्र सरकार ने विशेष भत्ता तय कर रखा है। तीन साल से भत्ता का भुगतान नहीं किया जा रहा था। डीआइजी पी रमन के प्रयास से बीसीसीएल शाखा के 3737 जवानों के बीच विशेष भत्ता की राशि का भुगतान किया गया। यह राशि नक्सल क्षेत्र में ड्यूटी करनेवाले सीआइएसएफ जवानों को मिलती है। हार्ड ड्यूटी व हर समय जान जोखिम में रहने की स्थिति में यह भत्ता मिलता है। करीब 50 करोड़ की राशि इस मद में भुगतान की गई है।
राशि का सही उपयोग के लिए बनी कमेटी
जवानों व अधिकारियों के बीच एकमुश्त राशि का भुगतान किए जाने के बाद केंद्र सरकार ने इस राशि का खर्च सही जगह करने के लिए कमेटी बनाई है। कमेटी जवानों को जागरूक करेगी। सरकार इस राशि को माता-पिता के इलाज, बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी, गृह निर्माण आदि पर खर्च करने के लिए जागरूक करेगी।
मैथन व पंचेत के जवानों को मिलेगा लाभ
फिलहाल बीसीसीएल, मैथन, पंचेत यूनिट को मिलाकर 4200 जवान कार्यरत हैं। राशि अभी केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई है। यह सिर्फ बीसीसीएल यूनिट के जवानों के लिए है। मैथन व पंचेत के जवानों के लिए भी राशि जल्द आएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हर माह तय है राशि
केंद्र सरकार द्वारा नक्सल सहित अन्य जोखिम भरे इलाकों में ड्यूटी करने वाले अधिकारियों व जवानों को विशेष भत्ता के रूप में जवानों को 7.5 हजार व अधिकारियों को 13.5 हजार मिलने का प्रावधान है। आवंटन नहीं आने के कारण भुगतान में विलंब होता है।
नक्सल सहित अन्य हार्ड इलाकों में ड्यूटी करने वाले जवानों को विशेष भत्ता मिलता है। सरकार द्वारा राशि का आवंटन किए जाने के बाद जवानों व अधिकारियों के बीच भुगतान कर दी गई है।
- पी रमण, डीआईजी, सीआइएसएफ