CIMFR: यहां के वैज्ञानिकों ने बनाया मिट्टी के घड़े का RO, इसका पानी पीने वाले बोल उठेंगे- वाह!

आग में गर्म करने की सुविधा न मिले तो धूप में भी पानी को गर्म कर सकते हैं। धूप में गर्म पानी भी शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। इससे पानी के मिनरल सुरक्षित रहते हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 01:55 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 10:22 AM (IST)
CIMFR: यहां के वैज्ञानिकों ने बनाया मिट्टी के घड़े का RO, इसका पानी पीने वाले बोल उठेंगे- वाह!
CIMFR: यहां के वैज्ञानिकों ने बनाया मिट्टी के घड़े का RO, इसका पानी पीने वाले बोल उठेंगे- वाह!

धनबाद, जेएनएन। शहर के लोग तो आरओ से निकलने वाला शुद्ध पानी पीते हैं। पर गांव की बड़ी आबादी इतनी समर्थ नहीं कि घर-घर में आरओ उपलब्ध हो जाए। गांव की इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढ़ निकाला है केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान सिंफर के सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों के दल ने। उन्होंने मिट्टी के घड़े को प्राकृतिक आरओ के रूप में विकसित किया है। लोहे के स्टैंड में मिट्टी का घड़ा और स्टील का जार ऐसे तैयार किया गया है जिससे घड़े को पानी मिलता रहे और उस शुद्ध जल से प्यास बुझायी जा सके। 

70 डिग्री पर गर्म कर रखें जार में पानी : वैज्ञानिक डॉ. कमल शर्मा के अनुसार, घड़े के ऊपर वाले स्टील के फिल्टर टैंक या जार में 70 डिग्री तापमान तक गर्म कर पानी डाल सकते हैं। इससे अधिक तापमान पर पानी को गर्म करने से उसमें मौजूद पोषक तत्व के नष्ट होने का खतरा रहता है। जार में 10 लीटर तक पानी रख सकते हैं जो प्रतिदिन के इस्तेमाल के लिए काम आएगा।

धूप में रखकर भी कर सकत हैं पानी को गर्म : आग में गर्म करने की सुविधा न मिले तो धूप में भी पानी को गर्म कर सकते हैं। धूप में गर्म पानी भी शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। इससे पानी के मिनरल सुरक्षित रहते हैं। 

बिरहोरों के गांव चलकरी से की नेचुरल आरओ की शुरुआत : सामाजिक शोध और अनुसंधान के लिए सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों ने इनोवेशन फॉर सोसाइटी का गठन किया है। इससे जुड़े वैज्ञानिकों ने किफायती दर पर तैयार किए गए प्राकृतिक आरओ तोपचांची में बिरहोरों के गांव चलकरी में रहने वाले 47 बिरहोर परिवारों को उपलब्ध कराया। उन्हें न सिर्फ मिट्टी के घड़े वाले आरओ दिए गए बल्कि महिलाओं को इसके इस्तेमाल के तौर-तरीकों की पूरी जानकारी भी दी गई। 

इस प्राकृतिक आरओ में पानी को आग पर गर्म कर डाल सकते हैं। विकल्प के तौर पर धूप में इसे रखकर भी उस पानी का सेवन किया जा सकता है। धूप में गर्म होने वाला जल मनुष्य के शरीर के लिए ज्यादा लाभकर होगा। सोसाइटी का आरओ कमर्शियल उपयोग के लिए नहीं है। गांव के लोग इसे आसानी से कम खर्च में तैयार कर सकते हैं।धूप में पानी गर्म कर बुझा सकेंगे प्यास, अधिकतम 70 डिग्री तापमान पर गर्म भी कर सकेंगे।  -डॉ. कमल शर्मा, अध्यक्ष, इनोवेशन फॉर सोसाइटी  

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