Chirkunda Nagar Parishad: पानी के लिए राजनीतिक माहाैल गरम, उपाध्यक्ष ने कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ खोला मोर्चा
Chirkunda Nagar Parishad चिरकुंडा नगर परिषद उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह ने कहा है कि शहरी क्षेत्र में नियमित जलापूर्ति के लिए नगर विकास व आवास विभाग से नगर परिषद को 2.18 करोड़ की राशि मिली है। राशि आपरेशन व मेंटेनेंस पर खर्च करना है जो नहीं हो पा रहा है।
संस, चिरकुंडा, चिरकुंडा। चिरकुंडा नगर परिषद के उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ने कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार भारती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नगर परिषद क्षेत्र में विकास कार्यों में हो रही देरी, जलापूर्ति की लचर स्थित समेत कार्यपालक पदाधिकारी की कार्य पद्धति से असंतुष्ट होकर इन्होंने एक नवंबर से भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है। मंगलवार को प्रेसवार्ता में जय प्रकाश सिंह ने कहा कि चिरकुंडा नगर परिषद को नागरिक सुविधाओं के लिए 15वें वित्त आयोग से योजना निर्गत की गई है। विकास कार्य की शिथिल गति के कारण 15वें वित्त योजना की राशि वापस लौट जाने की स्थिति उत्पन्न हो गई है जो चिंता का विषय है।
सिंह ने कहा है कि शहरी क्षेत्र में नियमित जलापूर्ति के लिए नगर विकास व आवास विभाग से नगर परिषद को 2.18 करोड़ की राशि मिली है । इसे जलापूर्ति योजना के आपरेशन व मेंटेनेंस पर खर्च करना है जो नहीं हो पा रहा है । आंतरिक स्रोतों से राशि खर्च की जा रही। आंतरिक स्रोत पार्षद के मानदेय, कार्यालय खर्च व सफाई कर्मियों के वेतन के लिए है। आंतरिक स्रोत से कार्यपालक पदाधिकारी ब्लीचिंग पाउडर व अन्य सामग्री मंगाने का काम कर रहे है जिससे निकाय कमजोर हो रहा है।
उपाध्यक्ष ने कहा है कि सफाई कर्मियों को दो माह का वेतन नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण सफाई कर्मियों की कमी हो गई है। वहीं डेढ़ करोड़ की विकास योजनाओं को रोक कर रखा गया है। इन समस्याओं को लेकर उन्होंने उपायुक्त समेत सांसद करने की मांग की है। साथ ही नगर विकास व आवास विभाग के सचिव को ई-मेल कर सूचित किया है। अगर कार्यपालक पदाधिकारी कार्य पद्धति नहीं सुधारते हैं तो आंदोलन को मजबूर होना होगा।