Online Education In Jharkhand: बड़े धोखे हैं इस शिक्षा में, शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को किया सचेत

झारखंड शिक्षा विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन में आनलाइन गेमिंग से होने वाले नुकसान से आगाह करवाया गया है। इसके साथ ही बताया कि स्कूल बंद होने के कारण बच्चों द्वारा मोबाइल और इंटरनेट का उपयोग बढ़ गया है। आनलाइन गेम खेलने से एक गंभीर गेमिंग की लत लग सकती है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 05:23 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 05:23 PM (IST)
Online Education In Jharkhand: बड़े धोखे हैं इस शिक्षा में, शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को किया सचेत
आनलाइन शिक्षा के नुकसान और फायदें ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता धनबाद। आनलाइन पढ़ाई के साथ साथ बच्चों ने ऑनलाइन गेमिंग भी शुरू कर दी। इस पर शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों व अभिभावकों के लिए निर्देश जारी किए गए है कि वे बच्चों पर नजर रखे की वे इंटरनेट से जुड़कर किस गेमिंग एप का उपयोग कर रहे है। इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग बच्चों में बहुत लोकप्रिय भी हो गई है। ऐसे में यह एप बच्चों को अधिक खेलने क लिए उत्साहित करती है जिसकी लत से बच्चों को दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते है। राज्य परियोजना निदेशक ने इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला शिक्षा अधीक्षक को निर्देश जारी कर कहा है की ऐसी परिस्थिति में शिक्षकों और अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों का मार्गदर्शन करें तथा उनके गतिविधियों पर नजर रखें जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने बताया कि इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश जारी किया जा रहा है, ताकि बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग की आदत से बचाया जा सके।

ऑनलाइन गेमिंग की लत के हो सकते हैं दुष्परिणाम

शिक्षा विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन में ऑनलाइन गेमिंग से होने वाले नुकसान से आगाह करवाया गया है। इसके साथ ही बताया कि स्कूल बंद होने के कारण बच्चों द्वारा मोबाइल और इंटरनेट का उपयोग बढ़ गया है। ऑनलाइन गेम खेलने से एक गंभीर गेमिंग की लत लग सकती है। जिसे गेमिंग डिऑर्ड माना गया है। खेल को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि प्रत्येक स्तर पर पिछले वाले की तुलना में जटिल से जटिल होता है। जो खिलाड़ी को खेल में प्रगति के लिए खुद को जुनून की हद तक धकेलने के लिए प्रेरित करता है।

- अभिभावक रोजाना बच्चों की मोबाइल गतिविधि पर ऐसे रखे नजर

- माता पिता की सहमति के बिना इन गेम खरीदारी की अनुमति न दे। एप खरीदारी से बचने के लिए आरबीआई के दिशा निर्देशों के अनुसार ओटीपी आधारित भुगतान को अपनाया जाएं।

- सदस्यता के लिए एप पर क्रेडिट, डेबिट कार्ड पंजीकरण से बचे तथा प्रति लेनदेन व्यय की उपरी सीमा निर्धारित करें।

- बच्चों को गेमिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले लैपटॉप या मोबाइल से सीधे खरीदारी न करने दे।

- बच्चों को अज्ञात वेबसाइटों से सॉफ्टवेयर और गेम डाउनलोड न करने की सलाह दे।

- उन्हें सलाह दे कि गेम डाउनलोड करते समय इंटरनेट पर व्यक्तिगत जानकारी न दे।

- उन्हें कभी भी गेम और गेमिंग प्रोफाइल पर लोगों के साथ व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करने की बात कहे।

- उन्हें वेब कैम, निजी संदेश या ऑनलाइन चैट के माध्यम से वयस्कों सहित अजनबियों के साथ संवाद न करने की सलाह दे क्योंकि इससे ऑनलाइन दुर्व्यवहार करने वाले या अन्य खिलाड़ियों से धमकाने का जोखिम बढ़ जाता है।

- स्वास्थ्य पहलुओं और लत पर विचार किए बिना उन्हें लंबे समय तक खेल में शामिल न होने दे।

- एंटी वायरस व स्पाइवेयर प्रोग्राम का उपयोग करे और फायरवॉल का उपयोग करके वेब ब्राउजर को सुरक्षित रूप से कॉन्फिगर करे।

- बदमाशी के मामले में प्रतिक्रिया ना दे ऐसे साथी खिलाड़ियों को अनफ्रेंड करे।

- बच्चों द्वारा इंटरनेट का किस तरह से उपयोग किया जा रहा है, इस पर निगरानी रखे।

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