Lockdown में फिर लाैटा आया ऑनलाइन शिक्षा का 'वनकाठी मॉडल', स्मार्ट फोन नहीं लाउडस्पीकर से हो रही पढ़ाई
Online Education in Jharkhand उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनकाठी में 256 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इसमें मात्र 33 बच्चों के पास ही स्मार्ट फोन है। ऐसे में अधिकांश बच्चे स्मार्ट फोन के बगैर ऑनलाइन शिक्षा से वंचित हो रहे थे। इस परिस्थति का आकलन कर स्कूल के शिक्षक भी परेशान थे।
दुमका, जेएनएन। डीजी साथ कार्यक्रम के तहत झारखंड के सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। डीजी साथ कार्यक्रम के तहत जो भी कंटेंट शिक्षकों को वर्गवार लिंक रांची से आता है उसे सभी शिक्षक अपने बनाए गए वर्गवार समूह में भेज देते हैं जिसे बच्चे अपने अपने स्मार्ट फोन में देखकर पढ़ते हैं। लेकिन पिछले शनिवार को बनकाठी के शिक्षक जब स्कूल के गांवों का भ्रमण किए तो ऐसा लगा कि कुछेक बच्चे ही मोबाइल से पढ़ाई कर रहे हैं। कुछ बच्चों के पास स्मार्ट फोन तो है लेकिन उनके अभिभावक रिचार्ज नहीं कराए हैं। ऐसे में बनकाठी विद्यालय के शिक्षकों ने निर्णय लिया कि बच्चों को उनके टोले में जाकर ही पढ़ाएंगे। इसी सोच के तहत शनिवार को एक वृक्ष की डाली पर लाउडस्पीकर लटका सभी बच्चों को वर्गवार जो क्विज कंटेंट आया था उसे माइक पर सुनाया गया और फिर इन सवालों काे हल किया गया।
बनकाठी में है 256 नामांकित छात्र-छात्राएं पर स्मार्ट फोन सिर्फ 33 के पास
उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनकाठी में 256 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इसमें मात्र 33 बच्चों के पास ही स्मार्ट फोन है। ऐसे में अधिकांश बच्चे स्मार्ट फोन के बगैर ऑनलाइन शिक्षा से वंचित हो रहे थे। इस परिस्थति का आकलन कर स्कूल के शिक्षक भी परेशान थे। ऐसे में स्कूल के प्रधानाध्यापक श्याम किशोर सिंह गांधी ने बीते साल लॉकडाउन के दौरान किए गए उपायों की ही पुनरावृत्ति करने का निर्णय लिया है।
पिछले लॉकडाउन के तर्ज पर ही शुरू की गई पढ़ाई
पिछले लॉकडाउन के दौरान बनकाठी में लाउडस्पीकर के जरिए बच्चों को शिक्षा देने की पहल की गई थी। बनकाठी के इस मॉडल की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात के दौरान भी किए थे। अब जब कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के कारण लॉकडाउन की स्थिति है तो बनकाठी स्कूल प्रबंधन ने पूर्व के मॉडल को ही प्रभावी बनाकर बच्चों को तालिम देने का निर्णय लिया है।
कोविड-19 के सभी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। सैनिटाइजर, मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कराकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इस कार्य में शिक्षक दीपक कुमार दुबे, रणवीर मलाह, विभूति मंङल ,सिरिल टुडू अहम भूमिका निभा रहे हैं।
-श्याम किशोर सिंह गांधी, प्रधानाध्यापक, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनकाठी, दुमका