Hemant Soren: बाढ़ से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की लगाई क्लास, कमरभर पानी में उतरे विधायक
मुख्यमंंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को साहिबगंज के पतना में अधिकारियों की क्लास लगाई। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को अधिक से अधिक मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। साहिबगंज में बाढ़ का पानी 132 गांवों में घुस गया है। इससे करीब ढाई लाख लोग प्रभावित हैं।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साहिबगंज के बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने बुधवार को हवाई सर्वेक्षण करने के बाद वोट पर सवार होकर प्रभावितों का जायजा लिया था। इसके बाद गुरुवार को पतना में अधिकारियों की क्लास लगाई। बाढ़ प्रभावितों को युद्धस्तर पर मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। उनके साथ राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ काैशल और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव प्रशांत कुमार भी थे।
132 गांव के 48 हजार परिवार बाढ़ से प्रभावित
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साहिबगंज जिले के बरहेट से विधायक हैं। वे बाढ़ का जायजा लेने के लिए बुधवार दोपहर बाद साहिबगंज पुहंचे। यहां 132 गांवों में पानी घुसा है। इन गांवों के 48 हजार परिवार बाढ़ से परेशान हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावितों का जायजा लेने के बाद हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने विधानसभा क्षेत्र बरहेट के लोगों के बीच गुरुवार को दूसरे दिन भी समय जाया किया। वे पतना में सुबह से दोपहर तक लोगों से मिलते रहे। लोग भी उनसे मिलने को उतावले दिखे। मुख्यमंत्री ने एक-एक लोगों की बातें सुनी। फिर उनकी समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। उनके साथ राजमहल के सांसद विजय हासंदा और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा भी साथ थे। बाद में मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र को विकास और कल्याणकारी योजनाओं की साैगात दी।
कमरभर पानी में उतर अपने क्षेत्र के लोगों से मिलते दिखे विधायक अनंत ओझा
साहिबगंज जिले के राजमहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनंत ओझा भी अपने क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों की समस्याओं को जानने और उन्हें मदद पहुंचाने में लगे हुए हैं। वह कमरभर पानी में उतर कर क्षेत्र में जनता से मिलते देखे जा सकते हैं। गुरुवार को राजमहल के बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच दिखे। भाजपा विधायक ओझा ने कहा है कि बाढ़ के समय लोगों को भोजन के साथ चिकित्सा और दवाई की जरूरत है।