जलापूर्ति के लिए बांधा गया था दामोदर पर बांध, अराजक तत्वों ने ब्लेड से काट दी रेत की थैलियां

झमाडा के पुटकी अंचल ने कुछ महीने पहले इलाके में निर्बाध जलापूर्ति के लिए दामोदर नदी के कुछ हिस्से पर बांध बनाकर पानी को स्टोर करना शुरू किया लेकिन अराजक तत्वों ने रेत से भरी सीमेंट की थैलियों को ब्लेड से काट कर बांध क्षतिग्रस्त कर दिया।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:45 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:45 AM (IST)
जलापूर्ति के लिए बांधा गया था दामोदर पर बांध, अराजक तत्वों ने ब्लेड से काट दी रेत की थैलियां
बांध का कार्य विभागीय कर्मियों ने 90 फीसद पूरा कर लिया है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: झमाडा (झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार) के पुटकी अंचल ने कुछ महीने पहले इलाके में निर्बाध जलापूर्ति के लिए दामोदर नदी के कुछ हिस्से पर बांध बनाकर पानी को स्टोर करना शुरू किया। शायद अराजक तत्वों को लोगों की प्यास से कोई लेना देना नहीं है, इसीलिए रेत से भरी सीमेंट की थैलियों को ब्लेड से काट दिया। बांध क्षतिग्रस्त कर दिया।

अब पुटकी अंचल प्रभारी मो असलम की देखरेख में बांध की देखभाल के लिए कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है। बांध का कार्य भी विभागीय कर्मियों ने 90 फीसद पूरा कर लिया है। दरअसल पुटकी के पास दामोदर नदी का जलस्तर कम होने के कारण राॅ वाटर स्टोर नहीं हो पा रहा था। जनवरी माह में यहां जामाडोबा हेडवर्क्स के स्वास्थ्य कर्मचारियों की मदद से 70 फीसद बांध बनाकर पानी का बहाव इंटेकवेल की ओर से मोड़ दिया था। इससे जलसंयंत्र के भरपूर पानी स्टोर होने लगा है। गर्मी में होने वाली पानी की दिक्कत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया था।

अवैध बालू खनन के कारण बोकारो मुड़ गया था पानी का बहाव: पुटकी अंचल प्रभारी के अनुसार अवैध बालू खनन के कारण दामोदर नदी का 70 फीसद बहाव इंटेकवेल के दूसरे छोर अमलाबाद थाना, जिला बोकारो की ओर चला गया था। इसकी जानकारी झमाडा और बोकारो के उच्च पदाधिकारियों को भी दी गई। इसके बाद जाकर अवैध बालू खनन का कार्य बंद हुआ।

जामाडोबा हेड वर्क्स के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने लगातार काम कर दामोदर नदी पर 70 फीसद बांध निर्माण कर दिया। इससे दामोदर नदी का बहाव इंटेकवेल की ओर हो गया। रॉ वाटर का उठाव सामान्य हो गया। कुछ दिन पहले अराजकतत्वों ने रेत से भरी थैलियां काट दीं। इसकी वजह से इंटेकवेल में पानी स्टोर करने में परेशानी होने लगी। जल्द ही बांध मरम्मत का काम पूरा हो जाएगा। बांध निर्माण पूर्ण हो जाने के बाद भीषण गर्मी में भी कोयलांचल एवं बाजार क्षेत्र के उपभोक्ताओं को पेयजल आपूर्ति की बिल्कुल दिक्कत नहीं होगी।

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