Dhanbad Judge Death Case: साजिशकर्ता के नाम का खुलासा करेंगे राहुल और लखन ! राज उगलवाने के लिए दोनों को गुजरात ले गई सीबीआइ
जज उत्तम आनंद की माैत 28 जुलाई की सुबह धनबाद के रणधीर वर्मा चाैक के नजदीक आटो के धक्के से हो गई थी। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पता चला कि यह हादसा नहीं साजिश है। हाई कोर्ट रांची के आदेश पर सीबीआइ जांच हो रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। देश की न्याय व्यवस्था को हिलाकर रख देने वाला धनबाद के जज उत्तम आनंद माैत मामले में सीबीआइ को कुछ सुराग मिले हैं। सीबीआइ को उम्मीद है कि इस मामले में दोनों आरोपित-लखन वर्मा और राहुल वर्मा साजिशकर्ता के नाम को जानते हैं। ऐसे में राज उगलवाने के लिए सीबीआइ जुट गई है। दोनों आरोपितों का दोबारा नार्को टेस्ट के लिए गुजरात के अहमदाबाद लेकर निकल गई है। धनबाद जेल से रिमांड पर लेने के बाद सीबीआइ हवाई जहाज से दोनों को ले गई।
28 जुलाई, 2021 को हुई थी माैत
धनबाद के एडीजी-8 उत्तम आनंद की माैत 28 जुलाई की सुबह धनबाद के रणधीर वर्मा चाैक के नजदीक आटो के धक्के से हो गई थी। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पता चला कि यह हादसा नहीं साजिश है। इसके बाद हाई कोर्ट रांची ने मामले को जांच के लिए सीबीआइ को साैंप दिया। जज उत्तम आनंद मौत मामले में धनबाद मंडल कारा में बंद दोनों आरोपी लखन और राहुल वर्मा को सीबीआइ ने सोमवार को रिमांड पर लिया। दोनों आरोपियों को सीबीआइ 29 दिसंबर तक रिमांड पर रखेगी। इस दौरान जज की मौत के मामले से पर्दा उठाने का प्रयास किया जायेगा। सीबीआइ की टीम राहुल व लखन को सुबह में ही रिमांड पर लेकर गुजरात के लिए निकल गयी है। यहां पर दोनों का नार्को सहित कई तरह के टेस्ट कराये जायेंगे।
कोर्ट की अनुमति के बाद रिमांड पर ले गई सीबीआइ
सीबीआइ ने कोर्ट को बताया था कि जज मौत मामले में उन्हें कुछ सुराग मिला है। इस आधार पर मुख्य आरोपियों तक पहुंचा जा सकता है। इसलिए राहुल व लखन को रिमांड पर लेना आवश्यक है। कोर्ट की अनुमति के बाद सीबीआइ को आरोपियों की रिमांड मिल गयी। दोनों को हवाई मार्ग से गुजरात ले जाया गया है। इनका दुबारा नार्को सहित चार टेस्ट कराये जायेंगे। पहले भी सीबीआइ ने दोनों आरोपियों की नार्को, ब्रेन मैपिंग समेत कई तरह का टेस्ट कराया था, लेकिन उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा।
नार्को टेस्ट के लिए धनबाद में उदाहरण बना जज हत्याकांड
धनबाद में इसके पहले भी कई बड़े मामले हुए। कुछ आरोपियों का एक बार नार्को सहित कई टेस्ट करवाया गया और सीबीआइ को कई तरह की जानकारी मिली। लेकिन यह पहली बार है जब किसी आरोपी को दूसरी बार जांच करवाने के लिए सीबीआइ अपने साथ ले गयी है। यदि इस बार सीबीआई को कुछ सुराग मिलता है, तो कुछ बड़े चेहरों के भी सामने आने की उम्मीद है और बड़ा खुलासा हो सकता है।