Dhanbad Judge Death Case: सीबीआइ ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, मामा से पूछताछ के बाद भी हाथ खाली

सीबीआई ने रंजय हत्याकांड में जेल में बंद नंद कुमार सिंह उर्फ मामा अमन सिंह अभिनव सिंह व हर्ष सिंह से पूछताछ कर चुकी है । सीबीआई इस मामले में साजिशकर्ता तक पहुंचना चाहती है इसीलिए कड़ी से कड़ी जोड़ने का प्रयास कर रही है

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 11:58 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 12:03 PM (IST)
Dhanbad Judge Death Case: सीबीआइ ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, मामा से पूछताछ के बाद भी हाथ खाली
धनबाद कोर्ट में पेशी के लिए अभियुक्तों को लेकर जाती सीबीआइ ( फोटो जागरण)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद के जिला एवं संत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की माैत की जांच कर रहे सीबीआई के स्पेशल सेल ने सोमवार को सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अभिषेक श्रीवास्तव की अदालत में दोनों आरोपी लखन वर्मा और राहुल वर्मा को पेश किया । चार अक्टूबर को सीबीआई ने दोनों की सात दिनों की हिरासत ली थी। अदालत ने 11 अक्टूबर के सुबह 11:00 बजे तक दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था। इसके पूर्व 29 सितंबर को सीबीआई ने दोनों को छह दिनों के पुलिस हिरासत में लिया था। सोमवार को दोनों को सीबीआई ने अदालत में पेश किया

सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि आरोपी व्यक्ति लगातार अपना बयान बदल रहे हैं। जिससे बहुत संदेह पैदा होता है ,कि आरोपी व्यक्ति पेशेवर अपराधी के रूप में व्यवहार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सीबीआई ने रंजय हत्याकांड में जेल में बंद नंद कुमार सिंह उर्फ मामा अमन सिंह अभिनव सिंह व हर्ष सिंह से पूछताछ कर चुकी है । सीबीआई इस मामले में साजिशकर्ता तक पहुंचना चाहती है इसीलिए कड़ी से कड़ी जोड़ने का प्रयास कर रही है फिलवक्त मामले की सुनवाई अदालत में चल रही है। सीबीआई के अभियोजक अदालत में अपना दलील प्रस्तुत कर रहे हैं।

पहले भी हो चुकी है पूछताछ

इसके पूर्व हत्या के लिए दर्ज प्राथमिकी में पहले धनबाद पुलिस ने दोनों को 29 जुलाई को 3 दिनों के लिए रिमांड पर लिया था ।जिसके बाद सीबीआई ने कांड का अनुसंधान प्रारंभ किया था। 6 अगस्त को सीबीआई ने दोनों आरोपियों को 5 दिनों की हिरासत ली थी । 16 अगस्त को सीबीआई दोनों आरोपितों का नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने के लिए कोर्ट के आदेश पर गुजरात लेकर गई थी । 4 सितंबर को सीबीआई ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया था । सीबीआई दोनों आरोपितों को पूर्व में हिरासत ले चुकी है ।दोनों आरोपियों का सीबीआई की टीम ने नार्को सहित अन्य टेस्ट भी करा चुकी है । हालांकि अब तक के अनुसंधान में सीबीआई को कुछ खास हासिल नहीं हो पाया ।सीबीआई इस मामले में षड्यंत्रकारी का पता लगाने में जुटी है।

28 जुलाई की सुबह हुई थी मौत

जज उत्तम आनंद की माैत 28 जुलाई की सुबह हुई थी। वह घर से सुबह की सैर पर निकले थे। धनबाद के रणधीर वर्मा चाैक पर 5: 8 मिनट पर एक ऑटो ने धक्का मार दिया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने से ऐसा प्रतीत हुआ कि यह हादसा नहीं है। जज को जानबूझकर धक्का मारा गया। इस घटना को सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया। झारखंड सरकार की अनुशंसा पर मामले की जांच की जिम्मेवारी सीबीआइ को साैंप दी गई।पहले झारखंड सरकार द्वारा गठित एसआइटी ने मामले की जांच की। इसके बाद सीबीआइ जांच कर रही है। लेकिन अब तक कोई भी एक ऐसा साक्ष्य नहीं मिला है तो साजिश की ओर इशारा करते हों।

chat bot
आपका साथी