Jharkhand By-election: प्रचार को बचे छह दिन शेष, अब तेज होगा वार-पलटवार

सीएनटी और एसपीटी एक्ट पर उठाए गए सवाल पर बाबूलाल ने कहा कि वे सीएनटी और एसपीटी एक्ट के हमेशा से हिमायती थे और रहेंगे। मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि रांची से धनबाद तक सीएनटी एक्ट का उल्लंघन कर सोरेन परिवार ने जमीन कैसे अपने नाम कराई है।

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 05:40 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:40 PM (IST)
Jharkhand By-election: प्रचार को बचे छह दिन शेष, अब तेज होगा वार-पलटवार
दुमका और बेरमो विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर को मतदान है।

धनबाद, जेएनएन। झारखंड में विधानसभा की दो सीटों-बेरमो और दुमका विधानसभा का उपचुनाव 3 नवंबर को होगा। एक नवंबर को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। प्रचार के लिए अब 6 दिन शेष रह गए हैं। दुर्गा पूजा के कारण चुनाव प्रचार की गति धीमी थी। अब पूजा समाप्त हो गई है। मंगलवार से सत्ताधारी झामुमो और मुख्य विपक्षी पार्टी-भाजपा के नेता बेरमो और दुमका में प्रचार तेज करेंगे। इस दाैरान एक दूसरे पर जमकर वार-पलटवार करेंगे। 

बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर बोला हमला

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने संताल से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के परिवार को खदेड़ने के लिए दुमका की जनता से झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन के खिलाफ मतदान करने की अपील की थी। इस मामले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद के परिवार को संथाल से जोड़ते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संताल से संथालों को खदेड़ने की बात कर रहे हैं। इस पर बाबूलाल मरांडी ने सफाई दी है। मरांडी ने कहा है कि वे संताल परगना से संतालों को नहीं, सोरेन परिवार को खदेडऩे की बात कर रहे हैं। संताल परगना की सभी सात अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीटों पर शिबू सोरेन का परिवार ही चुनाव लड़ेगा तो संताल परगना के लोग चुनाव लडऩे कहां जाएंगे। अगर शिबू सोरेन पूरे राज्य के नेता हैं तो वे अपने बेटे-बहू को संताल परगना के बाहर की किसी दूसरी सीट पर चुनाव लड़ाएं।


सीएनटी और एसपीटी एक्ट पर उठाए गए सवाल पर बाबूलाल ने कहा कि वे सीएनटी और एसपीटी एक्ट के हमेशा से हिमायती थे और रहेंगे। मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि रांची से धनबाद तक सीएनटी एक्ट की धारा 46 का उल्लंघन कर सोरेन परिवार के सदस्यों ने जमीन कैसे अपने नाम कराई है।

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