Jamtara में सांड ने मचाया कोहराम, वृद्धा की जान लेने के बाद जाल में फांसने पर तोड़ा दम
सांड के हमले के बाद सोनबाद मुख्य पथ पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने सड़क जाम कर दी। इसके बाद पुलिस प्रशासन वन विभाग व पशुपालन विभाग के सहयोग से जाल के जरिये सांड को पकड़ा गया और पशुपालन विभाग के हवाले कर दिया गया।
जामताड़ा, जेएनएन। साइबर अपराधियों के गढ़ रूप में कुख्यात जामताड़ा एक सांड के आतंक से सहम गया था। उन्मादी सांड पिछले कई दिनों से आतंक मचा रखा था। जिधर जाता उधर हमला बोल देता। सोमवार को तो उसने हद कर दी। जामताड़ा सदर प्रखंड के सोनबाद गांव में जोरदार हमला किया। उसके हमले में एक वृद्ध महिला की मौत हो गई। वहीं 11 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। बाद में सांड की भी मौत हो गई। इसके बाद जामताड़ा के लोगों ने राहत की सांस ली।
सुबह-सुबह गांव में बोला हमला
सुबह-सुबह 70 वर्षीय वृद्धा बेला दत्ता अपने घर के बाहर मुंह धो रही थीं, जबकि सुभाष नाग शौच के लिए तालाब की ओर गए थे। तभी सांड आया और वृद्धा पर हमला कर दिया। वह बुरी तरह जख्मी हो गईं। उनको बचाने आए मिहिर दा को भी सांड ने हमला कर जख्मी कर दिया। एक-एक कर सांड ने 11 ग्रामीणों पर हमला किया। सभी को सदर अस्पताल पहुंचाया गया जहां इलाज के दौरान वृद्धा की मौत हो गई। अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। सांड के हमले से वृद्धा के पेट में गंभीर चोट आई थी, जबकि सिर पूरी तरह फट गया था।
सांड के खिलाफ सड़क जाम
घटना के बाद सोनबाद मुख्य पथ पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने सड़क जाम कर दी। इसके बाद पुलिस प्रशासन, वन विभाग व पशुपालन विभाग के सहयोग से जाल के जरिये सांड को पकड़ा गया और पशुपालन विभाग के हवाले कर दिया गया। बाद में उसकी भी मौत हो गई। इधर बेला दत्ता के स्वजनों ने सदर अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया। पुत्रवधू चैना देवी दत्ता ने कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों ने ऑक्सीजन नहीं दी। पेट में गंभीर चोट लगी थी, लेकिन डॉक्टरों के बिना कहे स्वास्थ्यकर्मियों ने सिलाई कर दी।
लहूलुहान अवस्था में वृद्ध महिला को सदर अस्पताल लाया गया था। स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें रेफर कर दिया गया था। दूसरे अस्पताल ले जाने में विलंब की वजह से मौत हो गई। स्वजनों को वाहन भी उपलब्ध कराया गया। सबको घर लेकर गए। उपचार में उपेक्षा की शिकायत मुझे नहीं मिली।
- डॉक्टर चंद्रशेखर आजाद, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, जामताड़ा
कभी इस सांड को कुत्ते ने काटा होगा। इस कारण वह रैबीज का शिकार हो गया। पशुपालन विभाग की निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा था, लेकिन उसकी मौत हो गई।
- डॉ कुमार इंद्र भूषण सिन्हा, पशुपालन पदाधिकारी, जामताड़ा