दुमका के बीएसएफ जवान मनीज का जम्मू-कश्मीर में निधन, कृषि मंत्री ने स्वजनों को बंधाया ढांढस
मनजीत झा ने अप्रैल 2011 में बीएसएफ में योगदान किया था। अंतिम बार जनवरी 2021 में घर लौटा था। करीब एक महीने रहने के बाद 18 फरवरी को वापस लौट गया था। निधन का समाचार सुनकर स्वजनों हित-कुटुंब नाते-रिश्तेदार मित्रजनों के साथ क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
बासुकीनाथ, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ में कांस्टेबल बासुकीनाथ का जांबाज़ 33 वर्षीय मनजीत झा कश्मीर में शहीद हो गया। शनिवार को निधन का समाचार सुनकर पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। बीएसएफ के कमांडर ने शनिवार की दोपहर करीब बारह बजे के करीब मृतक के बड़े भाई दिलजीत झा को निधन की जानकारी दी। बताया कि बीएसएफ पोस्ट में ड्यूटी के दौरान अचानक चक्कर आने से मनजीत गिर गया। आनन-फानन में साथी व पदाधिकारियों की देखरेख में अस्पताल भेजा गया। करीब पंद्रह मिनट बाद सवा बारह बजे बीएसएफ के कमांडर ने बताया कि इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है। मृत्यु की वजह हृदय गति रूकना बताया गया है।
मनजीत झा ने अप्रैल 2011 में बीएसएफ में योगदान किया था। अंतिम बार जनवरी 2021 में घर लौटा था। करीब एक महीने रहने के बाद 18 फरवरी को वापस लौट गया था। निधन का समाचार सुनकर स्वजनों, हित-कुटुंब, नाते-रिश्तेदार, मित्रजनों के साथ क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, बासुकीनाथ नगर पंचायत अध्यक्ष पूनम देवी, उपाध्यक्ष अमित कुमार साह, पूर्व अध्यक्ष मंटू लाहा के अलावा जरमुंडी, बासुकीनाथ, नोनीहाट, सहारा, तालझारी, हरिपुर, देवघर, गोड्डा, दुमका के स्वजनों, मित्र, रिश्तेदारों ने घटना पर गहरा शोक जताया।
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने शनिवार को मृतक के घर पहुंचकर शोक संतप्त स्वजनों को ढांढस बंधाया। अब मृतक के स्वजनों सहित बासुकीनाथ, जरमुंडी के लोगों को अपने घर के लाडले दुलारे लाल के पार्थिव शरीर का इंतजार है। मृतक अपने पीछे पत्नी, भाई, भाभी, विधवा मां व छह साल की पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ कर चला गया।