पहले दिन बच्चों ने खाया दाल-भात सब्जी और अंडा

धनबाद 11 महीने बाद सोमवार को अंडा फल दाल भात सब्जी का आनंद आठवीं के छात्रों ने अपने दोस्तों के साथ लिया। मध्याह्न भोजन बनते ही सभी विद्यार्थियों को हैंडवॉश व साबुन से हाथ धुलाकर मेन्यु के साथ गरमा गरम खाना परोसा गया था। आठवीं नवमीं और 11वीं की कक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई। पहले दिन सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:52 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:52 PM (IST)
पहले दिन बच्चों ने खाया दाल-भात सब्जी और अंडा
पहले दिन बच्चों ने खाया दाल-भात सब्जी और अंडा

जागरण संवाददाता, धनबाद : 11 महीने बाद सोमवार को अंडा, फल, दाल, भात, सब्जी का आनंद आठवीं के छात्रों ने अपने दोस्तों के साथ लिया। मध्याह्न भोजन बनते ही सभी विद्यार्थियों को हैंडवॉश व साबुन से हाथ धुलाकर मेन्यु के साथ गरमा गरम खाना परोसा गया था। आठवीं, नवमीं और 11वीं की कक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई। पहले दिन सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही। वहीं शहर के कई पब्लिक स्कूलों में ऑनलाइन फाइनल परीक्षा चलने के कारण छात्र स्कूल नहीं आए। शहर के एचई स्कूल, राजकीयकृत मध्य विद्यालय धैया सहित अन्य सरकारी विद्यालयों की बात करें तो पहले दिन महज 20 फीसद छात्र ही स्कूल पहुंचे। इस दौरान स्कूलों में एसओपी का पालन करते हुए बच्चों से माता-पिता का अनुमति प्रमाण लिया गया। बच्चों के हाथ को सैनिटाइज किया गया और मास्क लगाकर एक बेंच पर एक छात्र-छात्राओं को आड़े तिरछे बैठाकर पठन-पाठन कराया गया। नामांकित बच्चों में जो अनुपस्थित रहे, उनके अभिभावकों से मोबाइल फोन से शिक्षकों ने संपर्क किया। वहीं अभिभावकों ने आश्वासन दिया कि बच्चे नियमित रूप से विद्यालय में जाकर अध्ययन करेंगे। कक्षा में बच्चे मास्क लगाए बैठे थे।

स्कूलों में पहले की तरह वे ना तो प्रार्थना सभा हुई और ना ही बच्चों को खेल के मैदान में जाने की इजाजत मिली। बताते चलें कि कोरोना महामारी के दौरान स्कूलों को मार्च से ही बंद कर दिया गया था। हालांकि संक्रमण का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। इसको देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में सुरक्षात्मक गाइडलाइन जारी किया है। जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने कहा कि सभी स्कूलों को सरकार के स्तर से जारी निर्देश का शत प्रतिशत पालन करने को कहा गया है। इसमें जो भी निर्देश दिए गए हैं। उसका पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि आज पहला दिन था। बच्चों की उपस्थिति कम है पर धीरे-धीरे उनकी उपस्थिति बढ़ेगी बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्राचार्य व शिक्षकों को निर्देश दिया गया है।

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