Dhanbad: SNMMCH के चारों और बनेगा बाउंड्री वॉल, एक करोड़ रुपए होंगे खर्च

शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कालेज एवं अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) के चारों ओर एक करोड रुपए खर्च करके बाउंड्री वाल बनाया जाएगा। बाउंड्री वाल का काम भवन प्रमंडल विभाग की ओर से शुरू कराया जाएगा। एक करोड़ रुपए के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 05:28 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 05:28 PM (IST)
Dhanbad: SNMMCH के चारों और बनेगा बाउंड्री वॉल, एक करोड़ रुपए होंगे खर्च
बाउंड्री वाल का काम भवन प्रमंडल विभाग की ओर से शुरू कराया जाएगा। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कालेज एवं अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) के चारों ओर एक करोड रुपए खर्च करके बाउंड्री वाल बनाया जाएगा। बाउंड्री वाल का काम भवन प्रमंडल विभाग की ओर से शुरू कराया जाएगा। एक करोड़ रुपए के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। भवन प्रमंडल विभाग और अस्पताल प्रबंधन के प्रतिनिधि में बाउंड्री वाल को लेकर पिछले शुरू अस्पताल का निरीक्षण किया है। अब प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद भवन प्रमंडल विभाग ने काम तेज किया है। जल्द ही इसके लिए विभागीय स्तर से टेंडर निकाला जाएगा।

कई जगहों पर तोड़ दिए गए हैं बाउंड्री वॉल, बना दी गई है दुकाने

अस्पताल में काफी पुराना बाउंड्री वाल का निर्माण कराया गया था। लेकिन यह मंत्री वाल अब काफी जर्जर हो गया है। अस्पताल के मुख्य गेट में प्रवेश करते हुए दाहिने तरफ कई जगहों पर बाउंड्री वॉल को गिरा दिया गया है। इन जगहों पर दर्जन से अधिक दवा दुकानें खोल दी गई है। यह दवा दुकान के सामने बाउंड्री वाल को भी तोड़ दिया गया है। अब अस्पताल प्रबंधन यहां बाउंड्री करके इसे पूरी तरह से बंद करेगा। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग गेट के सामने भी बाउंड्री वाल नहीं है। ऐसे में बाहर से आने वाले गंदा पानी सीधे अस्पताल की ओर आ रहा है। इससे भी अब प्रबंधन पूरी तरह से बंद करेगा। लोगों को आने जाने के लिए यहां पर एक मूविंग गेट रहेगा।

अस्पताल में वाहन खरीद करना पूरी तरह से बंद

अस्पताल में हंगामा होने के बाद अब किसी भी प्रकार के वाहन को अस्पताल में खड़ा करने पर नो इंट्री लगा दिया गया है। एंबुलेंस अथवा निजी वाहन मरीज और तीमारदार को ला सकते हैं। इसके बाद इन्हें छोड़ कर वह गेट के बाहर चले जाएंगे। अधीक्षक डॉ अरुण कुमार वर्णवाल ने कहा कि व्यवस्था में परिवर्तन किया जा रहा है। ताकि यहां आने वाले आम मरीजों को कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। अस्पताल परिसर में जहां-तहां वाहन खड़ी करने से एंबुलेंस आने में काफी परेशानी होती थी।

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