Bokaro: गरगा नदी में नहाने के दौरान बहे किशोर का शव तीन दिन के बाद सोमवार सुबह को मिला
शनिवार को गरगा नदी में नहाने के दौरान पानी के तेज बहाव में बहे किशोर फैजान का शव जैप चार के पास हनुमान नगर इलाके में मिला है। सुबह शौच के लिए नदी किनारे पहुंचे स्थानीय लोगों ने शव को देखा तो इसकी सूचना परिवार के सदस्यों को दी।
जागरण संवाददाता , बोकारो: शनिवार को गरगा नदी में नहाने के दौरान पानी के तेज बहाव में बहे किशोर फैजान का शव जैप चार के पास हनुमान नगर इलाके में मिला है। सुबह शौच के लिए नदी किनारे पहुंचे स्थानीय लोगों ने शव को देखा तो इसकी सूचना परिवार के सदस्यों को दी। फिर शव को निकाला गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच कर पंचनामा कर रही है। विदित हो शव की तलाश में एनडीआरएफ की टीम रविवार की सुबह गरगा नदी में उतरी पर शाम तक किशोर का पता नहीं चल सका था। बाद में टीम को रोक दिया गया। कल सोमवार को फिर से उसकी तलाश में टीम उतरने वाली थी कि शव स्वत: पानी में उपलाया हुआ मिला। जिला सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार ने बताया कि पूरे दिन टीम लगी रही पर किशोर का कुछ भी पता नहीं चल सका था। सरकारी प्रावधान के तहत मृतक के स्वजन को चार लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा।
शनिवार की दोपहर बह गया था किशोर: भारी बारिश के बाद शुक्रवार की देर रात गरगा डैम का गेट खोल दिया गया। जिससे गरगा नदी का जज स्तर पर बढ़ गया। शनिवार की दोपहर बालीडीह थाना क्षेत्र के मिल्लत नगर निवासी 13 वर्षीय किशोर फैजान अहमद गरगा नदी की तेज बहाव में बह गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्घटना तब हुई जब फैजान अपने चार दोस्तों के साथ समीप गरगा नदी में नहाने पहुंचा। उसके दो दोस्त किनारे पर खड़े रहे जबकि फैजान और उसका एक दोस्त पानी में नहाने के लिए छलांग लगा दिए। पानी के तेज बहाव में उसका एक दोस्त जो कि तैरना जानता था वह किनारे निकल गया । पर फैजान का संतुलन बिगड़ा और पानी की तेज धार में बहता चला गया। आसपास नहा रहे अन्य लोगों ने ठीक उसी वक्त पानी में कूदकर फैजान को बचाने की कोशिश की लेकिन कहीं भी उसका पता नहीं लग सका । घटना की सूचना चास अंचल अधिकारी दिलीप कुमार को भी मिले वह भी मौके पर पहुंचे और स्थानीय गोताखोरों के माध्यम से किशोर को बरामद कराने का प्रयास करते रहे पर सफलता नहीं मिली। पूर्व मुखिया बारीक अंसारी ने बताया कि फैजान अपने मां के साथ यहां रहता था फैजान के पिता दिल्ली में काम करते हैं। फैजान अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था बेटा था और उसकी तीन बहने हैं। फैजान के फूफा अली अंसारी मिल्लत नगर में रहते हैं। घटना के बाद से परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट चुका है।