Jharkhand में बीजेपी का बंटाधार कर रहे बेरमो के पूर्व विधायक बाटूल व बोकारो एमएलए बिरंची नारायण...जानिए पूरा मामला
बोकारो के वर्तमान विधायक बिरंची नारायण व बेरमो के पूर्व विधायक में जुबानी जंग शुरू हो गई है। दोनाेंं एक दूसरे पर हमलावर हो गए है। बिरंची ने कहा एक इंच भी जमीन साबित करें बाटूल वरना दो करोड़ मानहानि का मुकदमा झेलने के लिए तैयार रहे।
जागरण संवाददाता, बोकारो: बोकारो के विधायक और विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण तथा बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल के बीच में जुबानी जंग तेज हो गई है। रविवार को बेरमो के पूर्व विधायक ने विस्थापित समागम कार्यक्रम में इस बात का आरोप लगाया था कि बोकारो विधायक मेडिकल कॉलेज और नरकेरा मौजा में क्रिकेट स्टेडियम इसलिए बनवा रहे हैं कि वहां जमीन का धंधा कर सकें। पूर्व विधायक ने अभी दावा किया था कि नरकेरा मौजा में बोकारो विधायक के पिताजी के पास 6 एकड़ जमीन है। इस बात को लेकर बोकारो विधायक बिरंची नारायण अपने ही दल के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल पर हमला बोलते हुए कहा कि मेरा ही नहीं मेरे पिताजी और मेरे दादा के साथ-साथ मेरे किसी भी सगे संबंधियों के नाम से यदि एक इंच जमीन नारकेरा मौजा में तो पूर्व विधायक साबित करें।
अन्यथा एक सप्ताह के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। वरना दो करोड़ रुपये मानहानि का मुकदमा पूर्व विधायक और उनके गुर्गों के खिलाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि दो बार विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया । बोकारो व बेरमो के पूर्व प्रतिनिधियों ने विधानसभा में विस्थापितों के मुद्दे को जितनी बार नहीं उठाया है उन्होंने अकेले इस मुद्दे को उठाया है। योजनाबद्ध तरीके से बोकारो को विकास से महरूम रखने के लिए षड्यंत्र किया जा रहा है। ताकि बोकारो में विकास नहीं हो। चुनाव में चार महत्वपूर्ण वादा उन्होंने किया था पहला बोकारो में हवाई अड्डा जो कि चार महीने में चालू हो जाएगा ।
यहां देखिए वीडियो, क्या कहा बोकारो विधायक ने:
www.facebook.com/775434222618422/posts/1890295791132254/
दूसरा मेडिकल कॉलेज जिसकी जमीन जिला प्रशासन को हस्तांतरित हो चुकी है। तीसरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जिसका एमओयू हो चुका है। चौथा मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जो कि निर्माणाधीन है। बाटुल को बताना चाहिए कि बेरमो में उन्होंने 10 वर्षों में क्या-क्या काम किया है यदि काम रहते तो बेरमो की जनता ने उन्हें नकारा नहीं होता। अब भोले-भाले विस्थापितों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। कल के विस्थापित समागम में हिस्सा लेने वाले सभी विस्थापितों का आभार प्रकट करता हूं । साथ ही कहना चाहता हूं कि उनके ही सवाल पर वर्तमान राज्य सरकार ने विस्थापन आयोग के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ की है। वंचित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना हैसाबातू जलापूर्ति योजना , रानीपोखर जलापूर्ति योजना जैसी महत्वपूर्ण कार्यों को उन्होंने कराया। बिरंची ने कहा है कि पूरे मामले की जानकारी पार्टी के बड़े पदाधिकारियों को दे दिया है। मौके पर कमलेश ठाकुर, केके बोड़ाल, अविनाश सिंह, सुनील गोस्वामी, सहित अन्य क्षेत्रों के विस्थापित भाजपा नेता उपस्थित थे।