नार्थ तिसरा परियोजना में हैवी ब्लास्टिग से घरों में गिरे पत्थर, लोगों ने किया विरोध

तिसरा लोदना क्षेत्र के नार्थ तिसरा परियोजना में गुरुवार को हैवी ब्लास्टिग होने से आसपास के कई घरों के ऊपर पत्थर गिरे। घर में रहनेवाले कई लोग बाल-बाल बच गए। लोगों ने ब्लास्टिग का विरोध किया। ब्लास्टिग के बाद परियोजना के अधिकारी खिसक गए। प्रबंधक डीके मांजी का कहना है कि ब्लास्टिग हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:33 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:33 PM (IST)
नार्थ तिसरा परियोजना में हैवी ब्लास्टिग से घरों में गिरे पत्थर, लोगों ने किया विरोध
नार्थ तिसरा परियोजना में हैवी ब्लास्टिग से घरों में गिरे पत्थर, लोगों ने किया विरोध

संस, तिसरा : लोदना क्षेत्र के नार्थ तिसरा परियोजना में गुरुवार को हैवी ब्लास्टिग होने से आसपास के कई घरों के ऊपर पत्थर गिरे। घर में रहनेवाले कई लोग बाल-बाल बच गए। लोगों ने ब्लास्टिग का विरोध किया। ब्लास्टिग के बाद परियोजना के अधिकारी खिसक गए। प्रबंधक डीके मांजी का कहना है कि ब्लास्टिग हुई है। लेकिन वहां तक पत्थर नहीं गिरे हैं की नहीं इसकी जांच करेंगे।

नार्थ तिसरा चेक पोस्ट के समीप रहने वाले रघुवीर यादव, भरत यादव, पंकज पासवान, कुमार, शंभू सिंह, पांडव सिंह ने बताया कि परियोजना में अचानक हैवी ब्लास्टिग से उनके घरों के ऊपर पत्थर आ गिरे। पंकज की मां बच गई। भरत व रघुवीर के खटाल के ऊपर भी पत्थर आकर गिरे। जिसमें जानवर बच गए। कहा कि प्रबंधन से बार-बार बोलने पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आखिर डीजीएमएस घरों के पास परियोजना चलाने व ब्लास्टिग करने की अनुमति कैसे दे रहा है। सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। नियम को ताक पर रखकर ब्लास्टिग की जाती है। यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। हम लोगों का जेआरडीए की ओर से सर्वे हो चुका है, तो बेलगढि़या में आवास क्यों नहीं दिया जा रहा है। प्रबंधन यहां के लोगों की जान लेने पर आमादा है। कोविड काल में लोग पहले से परेशान हैं। ब्लास्टिग से परेशानी और बढ़ गई है। ब्लास्टिग होने से काफी कंपन होता है। दीवारों में दरार आ गई है। बावजूद प्रबंधन गंभीर नहीं है। सुरक्षा अधिकारी ईश्वर प्रसाद ने लोगों से कहा कि ब्लास्टिग की जानकारी ले रहे हैं। छानबीन की जाएगी।

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