लॉकडाउन में गुटखा व पान मसाला का कालाबाजारी शुरू Dhanbad News
धनबाद जिला में कोरोना का दूसरा लहर काफी तेजी से फैल रहा है। कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने सात दिनों का आंशिक लॉक डाउन लगा दिया है। क्षेत्र के थोक कारोबारियों ने गुटखा व पान मसाला का कालाबाजारी भी शुरू कर दिया है।
झरिया, जेएनएन : धनबाद जिला में कोरोना का दूसरा लहर काफी तेजी से फैल रहा है। कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने सात दिनों का आंशिक लॉक डाउन लगा दिया है। लॉक डाउन शुरू होते ही क्षेत्र के थोक कारोबारियों ने गुटखा व पान मसाला का कालाबाजारी भी शुरू कर दिया है। विगत वर्ष अचानक सरकार ने इसके बिक्रय व उपयोग में पूरी तरह रोक लगा दिया था।
रोक लगने की वजह से इसकी कीमतों में लगभग तीस प्रतिशत का उछाल आ गया था। मुनाफाखोरों ने इसे बेचकर जमकर मुनाफा कमाया था। कोरोना का दूसरा लहर को देखते हुए थोक कारोबारियों में प्रतिबंध लगने की खुशी देखने को मिल रही है। झरिया कोयलांचल में थोक कारोबारी भारी मात्रा में गुटखा व पान मसाला स्टाक जमा कर लिया है। जिससे मनमानी ढंग से छोटे दुकानदारों को बेच रहे है।
इन थोक कारोबारी ढंके की चोट में कालाबाजारी कर रहे है। प्रति पैकेट में थोक कारोबारी गुटखा में 70 से 100 व पान मसाला में 200 से 400 रुपये तक का कालाबाजारी कर रहे है। जो खुदरा में पांच रूपये में बिकने वाला गुटखा सात रुपये व पान मसाला 17 वाला 22 रुपये बिक रहा है।
इस कालाबाजारी पर रोक लगाने में प्रशासन गंभीर नही है। प्रशासन के नाक के नीचे से ही थोक कारोबारी गुटखा व पान मसालों का कालाबाजारी कर रहे है। नाम ना छापने के शर्त में एक दुकानदार ने बताया कि लॉक डाउन के दो दिन पहले से ही थोक कारोबारी इनके कीमत से अधिक पैसा ले रहे है।
लॉक डाउन लगते ही उनके कीमतों में और तेजी आ गई है। इन थोक कारोबारी में चंद कारोबारी के पास लाइसेंस भी नही है। मनमानी ढंग से थोक कारोबारी कालाबाजारी कर रहे है। बताते चले कि झरिया के लाल बाजार, हेटलीबांध, गांधी रोड़ केला पट्टी, बिहार बिल्डिंग, सोना पट्टी सहित अन्य कई इलाकों से थोक कारोबारी कालाबाजारी कर रहे है।
वहींं झरिया थानेदार का कहना है कि अभी तक किसी भी खुदरा दुकानदार ने इस मामले को लेकर शिकायत नहीं की है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।