एक घंटे बाद गुजरनेवाली थी Rajdhani Express, निचितपुर में 12 फिस प्लेट थे खुले; धनबाद-गया रेल खंड पर टला बड़ा हादसा
धनबाद से आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर केएम ङ्क्षसह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन के दौरान बगल झाड़ी में फिस प्लेट मिला। रेल कर्मियों ने सभी फिस प्लेट को लाइन में लगाया। एक घंटे में लाइन दुरुस्त किया गया। अपराधी फिस प्लेट नहीं ले जा सके।
धनबाद/ कतरास, जेएनएन। धनबाद- गया रेल खंड पर निचितपुर हाल्ट से मतारी की ओर करीब एक किलोमीटर दूर रात में अपराधियों ने रेल पटरी का 12 फिस प्लेट खोल दिया था। सुबह करीब पांच बजे की-मैन जब लाइन का निरीक्षण करने निकला तो फिस प्लेट खुले हुए थे। अप लाइन में 8 जोड़ा व डाउन लाइन में 4 जोड़ा फिस प्लेट गायब था। करीब एक घंटे बाद नई दिल्ली-हावड़ा राजधानी के गुजरने का समय था। इसकी तत्काल सूचना उसने कंट्रोल को दी। राजधानी को धीमी गति से पार कराया गया। अगर की-मैन ने कंट्रोल को सूचना न दी होती तो बड़ी घटना घट सकती थी।
ट्रैक की मरम्मत करते रेलकर्मी
एक घंट में मरम्मत की गई लाइन
बुधवार तड़के सूचना मिलने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो से पीडब्लूआई शैलेंद्र कुमार व पीडब्लूआई आनंद गोपाल चंद्रा सहयोगियों के साथ निचितपुर पहुंचे। धनबाद से आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर केएम सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन के दौरान बगल झाड़ी में फिस प्लेट मिला। रेल कर्मियों ने सभी फिस प्लेट को लाइन में लगाया। एक घंटे में लाइन दुरुस्त किया गया। अपराधी फिस प्लेट नहीं ले जा सके। की मैन को आते देख अपराधी भाग निकले। इस मामले में लोहा चोरों का हाथ है या अन्य का इसकी जांच की जा रही है।
आरपीएफ ने शुरू की मामले की जांच
पीडब्लूआई शैलेंद्र कुमार ने कहा कि इससे रेल परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। सब इंस्पेक्टर केएम सिंह ने कहा कि सभी फिस वहीं झाड़ी से बरामद हुआ। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि फिस प्लेट खोलने की पीछे अपराधियों की क्या मंशा थी ? रेल दुर्घटना की साजिश या फिस प्लेट की चोरी।