Bokaro: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद से यातायात प्रभावित, कांग्रेस व राजद कार्यकर्ता उतरे सड़क पर

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर एक दिवसीय बंद का बोकारो की यातायात व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है। सुबह आठ बजे के बाद अलग-अलग स्थानों पर बंद समर्थकों ने सड़क पर उतरकर कृषि कानून को वापस लेने सहित अन्य मांग किया।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:58 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:01 PM (IST)
Bokaro: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद से यातायात प्रभावित, कांग्रेस व राजद कार्यकर्ता उतरे सड़क पर
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर एक दिवसीय बंद का बोकारो की यातायात व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है।

जागरण संवाददाता, बोकारो: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर एक दिवसीय बंद का बोकारो की यातायात व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है। सुबह आठ बजे के बाद अलग-अलग स्थानों पर बंद समर्थकों ने सड़क पर उतरकर कृषि कानून को वापस लेने सहित अन्य मांग किया। छोटे यात्री वाहन रास्‍ता बदलकर शहर में चल रहे हैं। चूंक‍ि बंद से दूध, एंबुलेंस, स्‍कूल बस आद‍ि को बाहर रखा गया है। इसल‍िए उस पर कोई प्रभाव नहीं पडा। नया मोड बस पडाव से बंद के कारण लंबी दूरी की बसें मालवाहक गाड़ियां का पर‍िचालन आठ बजे के बाद बंद हो गया है। बडे मालवाहक वाहन जहां-तहां सड़कों पर रुकी हुई है। 8:00 बजे के बाद लगभग सभी पेट्रोल पंप को बंद करा दिया गया बाजार की दुकान है इक्का-दुक्का कर खुल रही है। कई स्थानों पर बंद समर्थकों और वाहन चालकों के बीच कहासुनी होती देखी गई। वामपंथी नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के नए कृषि कानून, श्रम कानून में संशोधन, बेलगाम बढ़ती महंगाई व सरकारी संस्थानों की बेचने की साजिश हो रही है।

नहीं चेते को देश बेच देगी मोदी सरकार 

बंद का समर्थन कर रही राज्य की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता परिवार से लेकर चंदनकियारी तक अलग-अलग स्थानों पर सड़कों पर उतरे और लोगों से बंद का समर्थन करने का अपील किया। जिला अध्यक्ष हीरालाल माझी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार कॉरपोरेट घरानों की सरकार है सरकार केवल और केवल गरीबों को मार कर सारा खजाना कॉरपोरेट्स के तिजोरी में भरना चाहती है। गांव के छोटे दुकानदार की दुकानों को बंद कर अंबानी का मॉल स्थापित कराने सरकारी बैंकों को बंद कर निजी बैंक खुलवाने का काम अब तक सरकार कर चुकी है अब किसानों की जमीन को छीनकर कार्पोरेट घरानों के पास बंधक रखने के लिए यह कृषि कानून लाया गया है।

आजादी के बाद की सबसे निकम्मी सरकार 

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता राजेंद्र यादव ने कहा कि देश के आजाद हुए 75 वर्ष पूरा हो चुके हैं आजादी के बाद की सबसे निकम्मी सरकार केंद्र में चल रही है। विनिवेश के नाम पर देश की संपत्तियों को कारपोरेट और विदेशी कंपनियों के हाथों में बेचने के लिए भारतीय जनता पार्टी और उनके नेता लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री अमेरिका में जाते हैं तो देश के संसाधनों का सौदा कर लौटते हैं। वही देवदीप सिंह दिवाकर ने कहा कि देश के सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेचकर कारपोरेट का नौकर बनाने के लिए यह सरकार हमारा है 7 वर्ष में बोकारो स्टील में 10,000 से अधिक लोग रिटायर हुए हैं लेकिन भर्ती के नाम पर 1000 लोग भी नहीं हुए। इस सरकार में गरीब और गरीब हो रहा है पैसे वाले और अमीर हो रहे है । अंबानी को तेल का मुनाफा कम नहीं हो इसलिए सरकार पेट्रोलियम पदार्थों का मूल्य बढ़ाए हुए हैं ताकि रिलायंस और एस्सार के पेट्रोल पंप को घाटा नहीं हो। सरकार ने जनतंत्र का अपमान किया है धोखा देकर प्रधानमंत्री ने देश का वोट लिया और अब देश बेचने पर लगे हुए हैं।

70 साल में कमाए हुए सभी संपत्ति को बेच रही है मोदी सरकार 

बंद का समर्थन करने पहुंचे कांग्रेस नेता अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि 70 वर्षों तक कांग्रेस के नेताओं ने पाई पाई कर दो देश में संपत्ति जमा की है आज यह भ्रष्ट मोदी सरकार उसे बेच रही है। जब कांग्रेस पार्टी मुद्दे को उठाती है तो सरकार के लोग राम मंदिर और 370 की बात करने लगते हैं। अब अगर देश की जनता नहीं लगेगी तो देश के लोगों को कारपोरेट की चाकरी करनी होगी होगी।

मौके पर झामुमो के जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, फैयाज आलम, पप्पू सरदार, राजद के जिलाध्यक्ष बुद्धनारायण यादव, कांग्रेस के अशोक श्रीवास्तव, मनोज कुमार, रासनारायण सिंह, उमेश गुप्ता, सीपीआई के राजेंद्र प्रसाद यादव, मनोज कुमार, पीके पांडेय, स्वयंवर पासवान, भाकपा माले के देवदीप सिंह दिवाकर, जे एन सिंह माले, सीपीएम के आरके गोराई, मासस के जिलाध्यक्ष दिलीप तिवारी सहित पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।

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