बीएड सत्र एक साल लेट, हर बार साक्षात्कार को लिए जा रहे पैसे

धनबाद राज्य के बीएड कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। इस कारण 2020-22 के शैक्षणिक सत्र के संचालन में एक साल की देरी हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के कारण नामांकन की तिथियों में लगातार बदलाव किए गए लेकिन साक्षात्कार के नाम पर हर बार राशि वसूल करने से अभ्यर्थियों में नाराजगी देखी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Mar 2021 06:54 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 06:38 AM (IST)
बीएड सत्र एक साल लेट, हर बार साक्षात्कार को लिए जा रहे पैसे
बीएड सत्र एक साल लेट, हर बार साक्षात्कार को लिए जा रहे पैसे

जागरण संवाददाता, धनबाद : राज्य के बीएड कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। इस कारण 2020-22 के शैक्षणिक सत्र के संचालन में एक साल की देरी हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के कारण नामांकन की तिथियों में लगातार बदलाव किए गए, लेकिन साक्षात्कार के नाम पर हर बार राशि वसूल करने से अभ्यर्थियों में नाराजगी देखी जा रही है।

जनवरी 2020 में ही बीएड कॉलेजों में नामांकन को लेकर झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने सूचना जारी की थी। मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लगने के बाद से सारे शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए। दो जून 2020 को फिर से नामांकन के लिए सूचना जारी की गई। इसके बाद 10 दिसंबर को नामांकन सूचना पर्षद की ओर से जारी हुई। नामांकन के लिए आवेदन को 1000 रुपये, 750 रुपये और 500 रुपये विभिन्न कैटेगरी के लिए निर्धारित किया गया था। अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन नामांकन पत्र भरा था। इसके बाद परीक्षा आयोजित की गई और पहली मेधा सूची जारी करते हुए 15 फरवरी 2021 को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया गया। दूसरे साक्षात्कार के लिए 19 फरवरी को सूचना जारी की गई और तीसरे के लिए 25 फरवरी को। हर बार साक्षात्कार के लिए अभ्यर्थियों से फीस ली जाती रही। पसंद का नहीं मिला कॉलेज : नामांकन शर्तो के अनुसार प्रत्येक अभ्यर्थी को अपनी पसंद के सात कॉलेजों का नाम आवेदन फार्म में लिख कर देना था। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। धनबाद के अभ्यर्थियों का चाइबासा, दुमका का धनबाद, जमशेदपुर का डालटेनगंज भेज दिया गया। इससे आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को काफी जहमत उठानी पड़ी।

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