Sawan 2021: कोरोना में बाबा के भक्त इस बार घर पर ही पूजा अर्चना करने की कर रहे अपील Dhanbad News
इस साल भी कोरोना के कारण सावन में कांवड़ यात्रा रद्द होने से शिव भक्तों में आस्था का ज्वार काम नहीं हुआ है। कांवड़ यात्रा दो सालों में रद्द होने का मलाल जरूर है। मगर सावन में शिव भक्ति का उल्लास अभी भी कम नहीं हुआ है।
राकेश कुमार महतो, धनबादः इस साल भी कोरोना के कारण सावन में कांवड़ यात्रा रद्द होने से शिव भक्तों में आस्था का ज्वार काम नहीं हुआ है। कांवड़ यात्रा दो सालों में रद्द होने का मलाल जरूर है। मगर सावन में शिव भक्ति का उल्लास अभी भी कम नहीं हुआ है। कोरोना संक्रमण से खुद को बचाना बेहद आवश्यक है इसलिए इस बार कांवड़ यात्रा में शिवभक्त देवघर ना जाकर अपने आसपास के लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने में लगे हुए हैं।
कांवरियों तथा प्रत्येक साल देवघर जाने वाले शिव भक्तों की सेवा में लगने वाले संस्थाओं का कहना है कि बाबा शिव पर आस्था रखो और इस बार घर पर ही पूजा अर्चना करो। इसलिए कुम्हार पट्टी के बोल बम समिति इस शिव भक्तों को गंगाजल वितरण कर घर में पूजा करने की अपील कर रहे हैं। साथ ही मनईटांड के महाकाल के भक्त संस्था की ओर से प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिर में भक्तों को गंगाजल के साथ प्रसाद वितरण भी कर रहे हैं।
शिव भक्तों के बीच गंगा जल वितरण
बोल बम संस्था के सदस्य राजीव चौरसिया ने बताया कि यहां कोई 15 साल की उम्र से कांवड़ ले जा रहा है तो कोई परिजनों द्वारा कंवड़ बांधने का पालन निभा रहा है। कोरोना काल में सावन यात्रा भले ही रद्द हो गई हो पर पूजा उन्हीं नियमों के तहत की जा रही है। संस्था की ओर से प्रत्येक सोमवार को मंदिर परिसर में शिव भक्तों को गंगा जल वितरण किया जाता है। अभी तक करीबन 1200 शिव भक्तों को वितरण की जा चुकी है।
कांवड़ यात्रा रद्द होने का मलाल
शिव भक्तों का कहना है कि कावड़ यात्रा रद्द होने से मलाल जरूर हुआ है। पर आस्था कम नहीं हुई है। भगवान शिव का प्रिय माह सावन में घर पर ही शिव आराधना करेंगे। तथा दूसरे लोगों को भी अपील करेंगे।
वर्जन
प्रत्येक साल सावन में कांवरियों की सेवा में जो हर्ष मिलती है इस बार कोरोना के कारण सब सून है। इसलिए शिव भक्तों को घर पर ही पूजा करने की अपील कर रहे हैं।
- दिलीप साव
भगवान शिव की महिमा अपरंपार है शिव हर जगह वास है। इसलिए इस बार कोरोना के कारण घर पर ही शिव
की पूजा श्रद्धा भक्ति से कर प्रसन्न करेंगे। तथा दूसरों को भी सचेत करेंगे।
-संजय कुशवाहा