Mucormycosis: सिर्फ ब्लैक नहीं, और भी फंगस से रहना होगा सावधान; बदलते मौसम में बढ़ रही समस्या...एक्सपर्ट से जानें बचने के उपाय
मौसम बेईमान हो चला है। कभी गर्मी कभी उमस तो कभी झमाझम बारिश। मौसम के बदलते मिजाज ने फंगस का खतरा बढ़ा दिया है। जब कोरोना काल बढ़ा था तो ब्लैक फंगस से हर कोई खौफ में आ गया था।
अश्विनी रघुवंशी, धनबाद: मौसम बेईमान हो चला है। कभी गर्मी, कभी उमस तो कभी झमाझम बारिश। मौसम के बदलते मिजाज ने फंगस का खतरा बढ़ा दिया है। जब कोरोना काल बढ़ा था तो ब्लैक फंगस से हर कोई खौफ में आ गया था। इससे इतर भी कई ऐसे फंगस फैल रहे हैंं जो इंसान का जीना मुहाल कर दे। ऐसा ही एक फंगस है, हरपिस जोस्टर। कोरोना से उबरने के बाद कुछ मरीज हरपिस जोस्टर से जूझ चुके हैैं। कुछ ऐसे लोग भी इस फंगस के कारण चर्म रोग से झेल चुके हैैं जिन्हें कोरोना नहीं हुआ था।
डाॅक्टर जिम्मी अभिषेक चर्म रोग विशेषज्ञ। (फाइल फोटो)
धनबाद रेलवे अस्पताल में लगातार कई महीनों तक कोरोना के मरीजों के लिए पदस्थापित रहने वाले डाक्टर जिम्मी अभिषेक बताते हैैं, सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। सरल भाषा में समझे तो बारिश के मौसम में जिस तरह सामानों में फफूंदी होता है, उसी तरह शरीर में भी फफूंदी रोग होते हैैं। हरपिस जोस्टर इसलिए खतरनाक है क्योंकि शरीर के एक हिस्से में घाव जैसा हो जाता है। देखने से चेचक की तरह दिखता है। दर्द बहुत होता है। उम्रदराज लोगों के लिए यह दर्द असहनीय हो जाता है। बुखार भी होता है। बताते हैैं, शरीर के नसों में निष्क्रिय वायरस होते हैैं। रोग प्रतिरोध की क्षमता गिरती है तो ऐसे वायरस सक्रिय हो जाते हैैं। फंगस के कई रोगों में बेड रेस्ट अनिवार्य है।
डाक्टर जिम्मी अभिषेक चर्म रोग विशेषज्ञ है। बताते हैैं, टीनिया फंगस आम है। गोल और लाल दाग हो जाते हैैं। चेहरा, बाल समेत शरीर के सभी अंगों में यह फंगस फैलता जाता है। नाखून से खुजली कर दिए तो और तेज फैल जाएगा।
ऐसे करें तो होगा बचाव कोविड हुआ है तो तेल एवं मसाला का उपयोग बेहद कम मात्रा में करे। कोविड हो चुका है तो आसन करे। कठिन कसरत से परहेज करे। कोशिश करे कि कपड़े धूप में सूखे। इससे फंगस को फैलाव रुकेगा। अंत: वस्त्र को साफ रखे। रोजाना अंत: वस्त्र को बदलना चाहिए। बच्चों को हमेशा घर से खेलने के लिए प्रोत्साहित करे। फंसस दूर रहेगा।