मुनाफे की पटरी पर दौड़ी बीसीसीएल, 1950 करोड़ का कर्ज चुकाया

कोयला श्रमिकों के लिए खुशी व राहत देने वाली खबर है कि मिनी रत्न कंपनी बीसीसीएल अब पूंजी से मजबूत हो रही है। कोरोना काल में बीसीसीएल काफी आर्थिक तंगी झेल रही थी। इस कारण कर्मियों के वेतन सहित अन्य जरूरतों के लिए कंपनी को जमा पूंजी की निकासी करने के बाद 2250 करोड़ रुपये विभिन्न बैंकों से कर्ज भी लेना पड़ा था। अब कंपनी ने 2250 रुपये के कर्ज में से 1950 करोड़ रुपये अदा कर दिया है। शेष बचे तीन सौ करोड़ रुपये को भी जमा करने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:20 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 06:20 AM (IST)
मुनाफे की पटरी पर दौड़ी बीसीसीएल, 1950 करोड़ का कर्ज चुकाया
मुनाफे की पटरी पर दौड़ी बीसीसीएल, 1950 करोड़ का कर्ज चुकाया

आशीष अंबष्ठ, धनबाद :

कोयला श्रमिकों के लिए खुशी व राहत देने वाली खबर है कि मिनी रत्न कंपनी बीसीसीएल अब पूंजी से मजबूत हो रही है। कोरोना काल में बीसीसीएल काफी आर्थिक तंगी झेल रही थी। इस कारण कर्मियों के वेतन सहित अन्य जरूरतों के लिए कंपनी को जमा पूंजी की निकासी करने के बाद 2250 करोड़ रुपये विभिन्न बैंकों से कर्ज भी लेना पड़ा था। अब कंपनी ने 2250 रुपये के कर्ज में से 1950 करोड़ रुपये अदा कर दिया है। शेष बचे तीन सौ करोड़ रुपये को भी जमा करने की तैयारी है।

प्रबंधन को अब इस बात की चिंता है कि दुर्गा पूजा के समय श्रमिकों को दिए जाने वाले बोनस के बोझ को कैसे मैनेज किया जाए। बोनस मद में करीब तीन सौै करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ अक्टूबर माह में कंपनी पर पड़ने वाला है। बीसीसीएल के करीब 42 हजार कर्मियों को बोनस का लाभ मिलना है। वैसे इस साल कंपनी का ग्रोथ 26 फीसद पाजिटिव है। दूसरी तिमाही तक मुनाफे में बीसीसीएल :

पहली तिमाही में कंपनी की स्थिति ठीक नहीं थी, पर दूसरी तिमाही में स्थिति में काफी सुधार हुआ है। बोर्ड बैठक में इसका लेखा जोखा पास होने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी, लेकिन अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कंपनी मुनाफे में आ गई है। कोरोना काल के बाद स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। 2020-21 में कंपनी 1202.48 करोड़ के घाटा में थी, जबकि 2019-20 में कंपनी ने 918.68 करोड़ का मुनाफा कमाया था। पावर प्लांटों पर बकाया : बीसीसीएल को पावर प्लांटों से प्रतिमाह हजार करोड़ रुपये कोयला देने के एवज में मिलता है। कंपनी करीब 12 सौ करोड़ रुपये का कोयला डिस्पैच करती है। अभी पावर प्लांटों पर कंपनी का करीब 25 सौ करोड़ से अधिक का बकाया है। वर्जन :

2250 करोड़ कर्ज में से 1950 करोड़ रुपये बैंक को भुगतान कर दिया गया है। बीसीसीएल की स्थिति काफी सुधर गई है। अभी किसी भी कांट्रेक्टर तक का बकाया नहीं है। सारे बिल अपडेट है। यह बड़ी बात है। बोनस भुगतान की राशि को लेकर कंपनी विचार कर रही है। श्रमिकों को चिता करने की जरूरत नहीं है। बेहतर ही होगा।

समीरण दत्ता, निदेशक वित्त बीसीसीएल व कोल इंडिया

वर्जन :

बीसीसीएल की स्थिति में काफी तेजी से सुधार हुआ है। कोयला उत्पादन व डिस्पैच में सकारात्मक ग्रोथ है। कोरोना काल में स्थिति बिगड़ गई थी, लेकिन उसमें सुधार कर लिया गया है। जल्द ही और सुधार दिखेगा। यह सारा टीम वर्क के कारण हुआ है।

पीएम प्रसाद, सीएमडी, बीसीसीएल

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