50 हजार के बदले सूदखोर ने वसूले 4 लाख फिर भी कर्ज जस का तस, परेशान बीसीसीएलकर्मी ने लगाई फांसी Dhanbad News
बीसीसीएल कर्मचारी ने गोधर के हरि रवानी से सूद पर 50 हजार रुपये लिए थे। ब्याज रॉकेट की गति से बढ़ता रहा। 4 लाख रुपये देने के बाद भी कर्ज बना रहा। वसूली के लिए सूदखोर लगातार प्रताड़ित कर रहा था। मुक्ति के लिए सत्येंद्र ने फांसी लगा ली।
झरिया, जेएनएन। सूदखोर की मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर विक्ट्री कोलियरी निवासी 43 वर्षीय कोलकर्मी सतइंद्र चौहान उर्फ सत्येंद्र ने बुधवार की देर रात घर में फांसी लगा ली। सतइंद्र गोधर 26 नंबर कोलियरी में जनरल मजदूर के पद पर कार्यरत था। सूचना पाकर झरिया थाना पुलिस सुबह में घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया। सुसाइड नोट में गोधर के सूदखोर हरि रवानी पर मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने परिवार वालों से पूछताछ की। सूदखोर ने सत्येंद्र का पासबुक छीन कर रख लिया था।
बीसीसीएल कर्मचारी सत्येंद्र चाैहान की आत्महत्या की खबर सुनकर जुटे लोग
बुधवार की रात सूदखोर ने किया था प्रताड़ित
चाैहान द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद उसकी पत्नी ममता देवी व तीन पुत्रियां रो-रोकर बेहाल हैं। पुलिस शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया है। परिवार के लोगों का कहना है कि बुधवार को भी सूदखोर हरि रुपये मांगने घर आया था। इसके बाद सतइंद्र काफी तनाव में आ गया। इसके बाद उन्होंने देर रात पंखे के सहारे फांसी लगा ली। झरिया थाना पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है।
सूदखोर के पास था पासबुक
सुसाइड नोट में सतइंद्र ने लिखा है कि हरि से कुछ वर्ष पूर्व 50 हजार कर्ज लिया था। कर्ज राशि को हरि ने सूद के साथ चार लाख कर दिया। इसके बाद बैंक का चेक व पासबुक हरि अपने पास रख लिया था। वेतन की अधिकांश राशि सूदखोर उठा लेता था। 2021 में चार लाख का भुगतान करने के बाद भी हरि पासबुक नहीं दे रहा था। और पैसे की मांग कर रहा था। विरोध करने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। इससे परेशान होकर सत्येंद्र ने आत्महत्या कर ली।