रैयतों के साथ अन्याय कर रहा है बीसीसीएल : दिनेश मरांडी

धनबाद के रैयतों के साथ बीसीसीएल अन्याय कर रहा है। उनकी जमीन तो खनन के लिए ले ली जा रही है मगर उन्हें विस्थापित करके दूसरी जगह नहीं बसाया जा रहा है। ऐसे में वह सिर्फ आंदोलन करने को ही मजबूर है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:35 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:35 PM (IST)
रैयतों के साथ अन्याय कर रहा है बीसीसीएल : दिनेश मरांडी
रैयतों के साथ अन्याय कर रहा है बीसीसीएल : दिनेश मरांडी

धनबाद : धनबाद के रैयतों के साथ बीसीसीएल अन्याय कर रहा है। उनकी जमीन तो खनन के लिए ले ली जा रही है मगर उन्हें विस्थापित करके दूसरी जगह नहीं बसाया जा रहा है। ऐसे में वह सिर्फ आंदोलन करने को ही मजबूर है। ये बातें लिट़्टीपाड़ा के विधायक दिनेश मंडल ने धनबाद में प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पुलिस केवल साइकिल से कोयला ले जाने वालों को पकड़ रही है। बड़े कोयला चोर आराम से कोयला चोरी कर रहे हैं। इसमें बीसीसीएल के अधिकारी व पुलिस दोनों की मिलीभगत है। बीसीसीएल को देनी चाहिए 75 प्रतिशत रैयतों को नौकरी : विधायक दिनेश मरांडी ने कहा कि बीसीसीएल जिन्हें हटाकर उनकी जमीन पर कोयला निकाल रहा है, उन्हें बीसीसीएल को नौकरी देनी चाहिए। मगर प्रबंधन ऐसे नहीं करता है। यही कारण है कि दिन पर दिन आंदोलन तेज होते जा रहे हैं। कहा कि सरकार भी बीसीसीएल पर दबाव बनाएगी और उन्हें नौकरी दिलवाने की कोशिश करेगी। बताया कि कुछ वर्षों से यहां सीएमडी नहीं हैं, जिससे छोटी-छोटी परेशानियां बड़ी होती जा रही हैं। जल प्रबंधन को जल्द एक सीएमडी नियुक्त करना चाहिए। नए वर्ष में हो सकते हैं पंचायत चुनाव : जेएमएम के लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश मरांडी ने बताया कि अगले वर्ष पंचायत चुनाव होने की उम्मीद है। हालांकि व कैबिनेट में नहीं है इसलिए इस बात की मुहर नहीं लगा सकते हैं। मगर सरकार पंचायत चुनाव को लेकर पाजिटिव है और जल्द चुनाव करवा सकती है। हार्डकोक इंडस्ट्री को कोयला देना बीसीसीएल की ड्यूटी : हार्डकोक इंडस्ट्रीज को कोयला नहीं मिलने पर विधायक दिनेश मरांडी ने कहा कि यह बीसीसीएल की ड्यूटी है कि लोकल उद्योग बच सकें। इसके लिए उन्हें समय पर कोयला मिलना चाहिए। बताया कि इसको लेकर हुआ सीएम से बात कर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे कि हार्डकोक इंडस्ट्रीज को पूरी तरह से कोयला मिले और लोकल उद्योग आसानी से चल सके।

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