Baba Basukinath Temple : 158 दिन बाद भक्तों के लिए खुला फौजदारी दरबार, दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु ने कहा- पूरी हुई व्याकुलता

बासुकीनाथ मंदिर आम भक्तों के लिए खुल गया। संभावना है कि पहले दिन चार घंटा से कम समय पूजा के लिए रखा जाए। उपायुक्त ने कहा है कि एक घंटा में 40 भक्तों को दर्शन कराया जाएगा।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 12:34 PM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 01:56 PM (IST)
Baba Basukinath Temple : 158 दिन बाद भक्तों के लिए खुला फौजदारी दरबार, दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु ने कहा- पूरी हुई व्याकुलता
Baba Basukinath Temple : 158 दिन बाद भक्तों के लिए खुला फौजदारी दरबार, दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु ने कहा- पूरी हुई व्याकुलता

धनबाद, जेएनएन। सूबे के प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर आम भक्तों के लिए गुरुवार को खुल गया। 158 दिन बाद फौजदारी दरबार भक्तों के लिए खुला है। इसके बाद कई भक्त मंदिर पहुंचे और बाबा का दर्शन किए। इससे पहले मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओ के लिए विशेष तैयारी की गई। संस्कार मंडप और परिसर में गोला घेरा बनाया गया है, ताकि शारीरिक दूरी का पालन ठीक से हो सके। दर्शन के समय भी भक्त एक दूसरे से दूर रहे, इसका भी प्रबंध किया गया है। हालांकि भक्तों को गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं होगी। साथ ही मंदिर परिसर में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।

राज्य सरकार के आदेश के बाद गुरुवार को पहला दिन है, जब बासुकीनाथ का दरबार आम लोगों के लिए खुला है, इसलिए पहले दिन चार घंटा से कम समय पूजा के लिए रखा जाए। उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा है कि एक घंटा में 40 भक्तों को दर्शन कराया जाएगा। उधर, देवघर के प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम मंदिर का दरवाजा भी गुरुवार सुबह आम भक्तों के लिए खुल गया। मंदिर 22 मार्च, 2020 से ही कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बाद से ही बंद था। गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड सरकार के आदेश जारी होने के बाद दोनों मंदिर खोले गए हैं। गुरुवार सुबह से ही बैद्यनाथ धाम मंदिर एवं बासुकीनाथ धाम मंदिर में भक्तों का पहुंचना जारी है।

इससे मंदिर प्रभारी राहुलजी आनंदजी की मौजूदगी में सुबह 4 बजे बासुकीनाथ मंदिर का कपाट खुला। पुजारी दिनेश झा ने बाबा की प्रातः कालीन पूजा की। इसके बाद पुष्प से बाबा का श्रृंगार हुआ। फिर भक्तों के दर्शन को लेकर प्रशासनिक तैयारी शुरु हुई। बाबा मंदिर से प्रवेश से पहले हर एक भक्त का थर्मल स्कैनिंग किया गया। इसके बाद दर्शन को आगे भेजा जाने लगा। दर्शन करने पहुंचे भक्त धरनार्थी नंदलाल और सागरनाथ ने कहा पांच महीने की व्याकुलता पूरी हुई। इस दौरान हाथ उपर उठाया और कहा बड़ी देर कर दी प्रभु दर्शन देने में। अब ऐसे ही कृपा बनाए रखना। अमृता देवी और शगुन ने भी गर्भ गृह के बाहर नतमस्तक हो मंगलकामना की। पहले दिन दोपहर तक करीब 50 से अधिक भक्तों ने बाबा का दर्शन कर लिया है।

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