Baba Baidyanath Temple: शनिवार से आम भक्तों को गर्भगृह में दर्शन देंगे बाबा बैद्यनाथ; जानें पूजा और रजिस्ट्रेशन की नई व्यवस्था

Baba Baidyanath Temple झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए 22 अप्रैल को स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लागू किया गया था। तभी से बाबा बैद्यनाथ और बाबा बासुकीनाथ समेत राज्य के तमाम मंदिर आम भक्तों के लिए बंद थे। अब सरकार ने खोलने की अनुमति दी है।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 04:59 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:08 PM (IST)
Baba Baidyanath Temple: शनिवार से आम भक्तों को गर्भगृह में दर्शन देंगे बाबा बैद्यनाथ; जानें पूजा और रजिस्ट्रेशन की नई व्यवस्था
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर ( फाइल फोटो)।

आरसी सिन्हा, देवघर। द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा बैद्यनाथ मंदिर झारखंड के देवघर में स्थापित है। शनिवार से आम भक्तों के लिए बाबा का दरबार खोल दिया गया है। बाबा की पूजा करने के लिए ई-पास लेना अनिवार्य है। बिना ई-पास के मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। देवघर जिला प्रशासन ने वेबसाइट का लिंक जारी कर दिया है। आप चाहें तो अभी से अपने स्लाट की बुकिंग करा सकते हैं। एक सप्ताह की अग्रिम बुकिंग का प्रवधान रखा गया है। वेबसाइट पर नाम पता के साथ आधार कार्ड आवश्यक किया गया है।

उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जानकारी दी है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार बाबा बैद्यनाथ मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए सुबह छह बजे से दोपहर चार बजे तक के लिए खोला गया है। साथ हीं लोगों की सुविधा हेतु ई-पास की सुविधा भी शुरू की गई है। ऐसे में देवतुल्य श्रद्धालु http://jharkhanddarshan.nic.in के माध्यम से आनलाइन इंट्री पास प्राप्त कर ही बाबा मंदिर में प्रवेश कर पूजा-अर्चना कर सकते हैं। कोविड नियमों का शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित करते हुए प्रति घंटे 100 श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति होगी। उपायुक्त ने आनलाइन निबंधन ई-पास को लेकर मंदिर से जुड़े पुरोहित व पंडा समाज के लोगों से अपील किया है कि कल 18 सितंबर से बाबा मंदिर में ई-पास के माध्यम से आम श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति होगी।

प्रशासन ने पुरोहित-पंडा समाज के सभी लोगों से अपील की है कि अपने माध्यम से अपने-अपने यजमानों को आनलाइन इंट्री पास के बारे में जानकारी दे दें। अपने यजमानों को बता दें कि उन्हें ई-पास लेकर ही मंदिर में आने की अनुमति होगी। इसलिए अपने यजमानों को अभी से ई-पास के लिए प्रेरित करें। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि बिना ई-पास के मंदिर में दर्शन करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। उपायुक्त ने देवतुल्य श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि शत प्रतिशत नियमों का अनुपालन करते हुए जारी वेबसाइट से ई-पास निबंधन कराने के पश्चात ही मंदिर में प्रवेश करें।

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