सदर अस्पताल में ड्यूटी से गायब रहने वाले 10 स्वास्थ्य कर्मचारियों की कटी हाजिरी Dhanbad News
ड्यूटी की जगह पर गायब रहने वाले और काफी देरी से अस्पताल आने वाले 10 स्वास्थ्य कर्मचारियों की हाजिरी सदर अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार को काट दी। हाजिरी काटे जाने के बाद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सबसे मजेदार घटना लैब टेक्नीशियन के गायब रहने पर हुई।
जागरण संवाददाता, धनबाद: ड्यूटी की जगह पर गायब रहने वाले और काफी देरी से अस्पताल आने वाले 10 स्वास्थ्य कर्मचारियों की हाजिरी सदर अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार को काट दी। हाजिरी काटे जाने के बाद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सबसे मजेदार घटना लैब टेक्नीशियन के गायब रहने पर हुई। लैब टेक्नीशियन की जब खोज शुरू हुई तो बताया गया कि वह पीपीई किट पहन कर मरीजों का स्वाब संग्रह कर रहे हैं।
अस्पताल के प्रभारी डॉ राजकुमार सिंह और उनके सहयोगियों ने लैब टेक्नीशियन की खोज शुरू की, लेकिन आख़िरकार लैब टेक्नीशियन नहीं मिला। बाद में पता चला लैब टेक्नीशियन आया ही नहीं है। दरअसल, अस्पताल के प्रभारी डॉ राजकुमार सिंह ने सभी कर्मचारियों की हाजिरी की जांच शुरू की। जांच में यह पाया गया कि कई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आए हैं और उनकी हाजिरी पहले ही बन गई है। इसके साथ ही कई कर्मचारी काफी देर से आए हैं।
हाजिरी काटे जाने के बाद कर्मचारियों ने की फरियाद
हाजिरी काटे जाने पर की सूचना के बाद कई स्वास्थ्य कर्मचारी प्रबंधन के पास आकर फरियाद करने लगे। हाजिरी काटे जाने वालों में लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय, सफाई कर्मी सभी शामिल है। अस्पताल प्रबंधन ने भी सभी को चेतावनी दी है कि आगे ऐसे करने पर उनकी नौकरी दी जा सकती है। हाजिरी काटे जाने के बाद दिनभर हड़कंप रहा। सबसे ज्यादा शिकायत उन लोगों की आई, जो रात में या शाम में ड्यूटी नहीं करते हैं। ज्यादातर ऐसे लोगों की हाजिरी काटी गई है।
अस्पताल में तीन तरह की दी जा रही सेवाएं
अस्पताल में फिलहाल 3 तरह से आम लोगों को सेवाएं दी जा रही हैं। एक और कोविड-19 में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। तो दूसरी और टीकाकरण किया जा रहा है। तीसरी और लोगों के कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल संग्रह किए जा रहे हैं। इसके साथ अलग-अलग कर्मचारियों को रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन कई कर्मचारी ड्यूटी से नाराज नदारद रह रहे हैं। डॉ राजकुमार सिंह ने बताया कि लापरवाह कर्मचारियों और डॉक्टरों को बख्शा नहीं जाएगा।