बच्चों को खाना परोसने के समय भोजन का तापमान कम से कम 65 डिग्री सेल्सियस होना आवश्यक Dhanbad News
आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए स्कूल की कक्षाएं 1 मार्च से शुरू हो जाएगी छात्र छात्राओं को पूर्व की तरह पढ़ाई के साथ-साथ मध्यान भोजन भी मिलेगा कोरोना महामारी के कारण मध्यान्ह भोजन तैयार करने में साफ सफाई के साथ विशेष सतर्कता बरती जाएगी
धनबाद, जेएनएन : आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए स्कूल की कक्षाएं 1 मार्च से शुरू हो जाएगी छात्र छात्राओं को पूर्व की तरह पढ़ाई के साथ-साथ मध्यान भोजन भी मिलेगा कोरोना महामारी के कारण मध्यान्ह भोजन तैयार करने में साफ सफाई के साथ विशेष सतर्कता बरती जाएगी स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने एमडीएम तथा क्लास संचालन को लेकर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीड जारी किया है इसके तहत निर्देश दिया गया है कि रसोईया तथा हेल्पर नेल पॉलिश या अन्य आर्टिफिशियल चीजों को मैं तो पहन लेंगे और ना ही नाखून में लगाएंगी यही नहीं खाना पकाने के दौरान घड़ी अंगूठी गाने या चूड़िया भी नहीं पहनेंगे खाना बनाते समय बालको अप्रैल से कवर करना है छात्रों से यह भी कहा गया है कि किताब कॉपी कलम पेंसिल इरेज़र टिफिन बॉक्स पानी की बोतल ले तथा अन्य चीजें शेयर नहीं करनी है अलग-अलग छात्रों के लिए ब्रेक का समय निर्धारित होना है 54 पन्ने की एस ओ पी पर स्कूल में मंथन शुरू हो गया एक चेक लिस्ट भी है।
हर समय बच्चों को पहनना होगा मास्क
बच्चों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि खाना और पीने के अलावा बच्चे हर समय फेस मास्क पहनेंगे बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग पर बिठाया जाएगा शिक्षकों की निगरानी में खाना खाने से पहले बच्चों को 40 सेकंड तक हाथ धोना है सब्जी को नमक के संयोजन से की तरफ से धोना हल्दी का उपयोग करने समेत अन्य निर्देशों का भी पालन करने को कहा गया है।
भोजन परोसने के समय 65 डिग्री तापमान होना अनिवार्य
खाना परोसने के समय भोजन का तापमान कम से कम 65 डिग्री सेल्सियस रहना चाहिए। इस कारण भोजन होने के तुरंत बाद बच्चों को खाना परोसा जाना चाहिए एसओपी के इन बिंदु पर कई स्कूलों में इस पर चर्चा भी शुरू हो गई है कि यह कैसे तय होगा कि परोसे जाने के समय भोजन का तापमान कम से कम 65 डिग्री सेल्सियस होगा। कम हो गया तो क्या होगा। वही बर्तन की साफ-सफाई 60 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म पानी में करना है।