Dhanbad: नगर निगम चुनाव नजदीक आने के साथ आई विकास योजनाओं की याद, विधायक कर रहे पुल पुलिया का निरीक्षण और सड़को का शिलान्यास

धनबाद नगर निगम सहित राज्य के कुल 12 नगर इकाईयों के चुनाव की रूप रेखा एक हद तक स्पष्ट हो गई चुनावों के आधार क्या होंगे। लेकिन तिथियों को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नहीं है कि यह कब तक होंगे।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:43 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:43 AM (IST)
Dhanbad: नगर निगम चुनाव नजदीक आने के साथ आई विकास योजनाओं की याद, विधायक कर रहे पुल पुलिया का निरीक्षण और सड़को का शिलान्यास
तिथियों को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नहीं है कि यह कब तक होंगे।

जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद नगर निगम सहित राज्य के कुल 12 नगर इकाईयों के चुनाव की रूप रेखा एक हद तक स्पष्ट हो गई चुनावों के आधार क्या होंगे। लेकिन तिथियों को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नहीं है कि यह कब तक होंगे। वहीं धनबाद की बात करें तो चुनाव को लेकर राज्य की सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा और उसकी भागीदार कांग्रेस और राजद सहित अन्य पार्टियां की गतिविधियां लगभग शून्य ही हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी इसको लेकर अभी से काफी गंभीर दिखने का प्रयास कर रही है। भले ही कार्यकर्ता इसमें रुचि नहीं दिखा रहे। लेकिन निगम क्षेत्र से आने वाले जन प्रतिनिधियों को अब विकास की याद आने लगी है। कोई टूटे पुल पुलिया का निरीक्षण कर रहा तो कोई विकास की मंथर गति पर चिंता जता उपायुक्त को पत्र लिख रहा है। इस क्रम में जन प्रतिनिधि गली कुचों में नई नई सड़कों को बनवाने का शिलान्यास करने से भी नहीं चूक रहे।

इसकी एक बानगी गुरूवार को देखने को मिली जब धनबाद विधायक राज सिंहा ने कार्मिक नगर और न्यू कार्मिक नगर में एक साथ चार चार सड़कों का शिलान्यास कर विकास की गंगा बहाने का दावा किया। अभी कुछ दिनों पहले सिंहा ने अल्पसंख्यक वोटों को ध्यान में रख उनकी बहुलतावाले इलाके वासेपुर में टुटी हुई पुलिया के मरम्मत कार्य को देखने जा पहुंचे थे।

इसी बीच गुरूवार को दिशा की बैठक के ठीक पहले स्थानीय सांसद और भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह को नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्य को लेकर याद आ गई। तो उन्होेंने उपायुक्त को पत्र भेज कर इस पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए निगम क्षेत्र के तीन दर्जन से ज्यादा विकास कार्यों की सूची थमा दी।

वहीं विधायक और सांसद के इन कदमों की उनके कार्यकर्ता जहां भूरि भूरि प्रशंसा कर रहे तो स्वतंत्र राजनैतिक प्रेक्षक इसे चुनावी नौटंकी बता रहे है।

chat bot
आपका साथी