झीलिया नदी में आई बाढ़ से प्रभावितों को तीन बाद भी सहायता नहीं मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश

कुमारधुबी झीलिया नदी में आई बाढ़ से सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। झीलिया नदी के किराने व आसपास बसे नया नगर शिवलीबाड़ी पूर्वी मोहल्ला नीचू धौड़ा बाघाकुड़ी बगान धौड़ा में रहने वाले ग्रामीणों का काफी नुकसान हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 09:55 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 09:55 PM (IST)
झीलिया नदी में आई बाढ़ से प्रभावितों को तीन बाद भी सहायता नहीं मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश
झीलिया नदी में आई बाढ़ से प्रभावितों को तीन बाद भी सहायता नहीं मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश

कुमारधुबी: झीलिया नदी में आई बाढ़ से सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। झीलिया नदी के किराने व आसपास बसे नया नगर, शिवलीबाड़ी पूर्वी मोहल्ला, नीचू धौड़ा, बाघाकुड़ी, बगान धौड़ा में रहने वाले ग्रामीणों का काफी नुकसान हुआ है। लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी प्रभावितों को राहत सहायता नहीं मिलने से ग्रामीणों में काफी रोष है। शिवलीबाड़ी पूरब पंचायत के कुछ सामाजिक युवाओं ने शिवमंदिर प्रांगण में निजी खर्च पर भोजन की व्यवस्था की थी। इससे दो दिन बाढ़ पीड़ितों को कुछ राहत मिली थी। लेकिन जनप्रतिनिधियों व सरकारी अधिकारियों की उदासीनता के कारण लोगों में काफी नाराजगी है। ग्रामीणों ने कहा कि बाढ़ का मुख्य कारण एक आउटसोर्सिग कंपनी व कुमारधुबी रेलवे ओवरब्रिज निर्माता कंपनी की देन है। क्योंकि दोनों ने झीलिया नदी के पानी को अवरुद्ध कर दिया था। इसी कारण भीषण बाढ़ आई। दोनों कंपनी बाढ़ से प्रभावित लोगों की सूची तैयार कर क्षतिपूर्ति करें अन्यथा ग्रामीण सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। बारिश से मरे तीन हजार मुर्गों को किया गया दफन

निरसा : शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण निरसा के देवियाना मोड़ के पास संजय कुमार व संदीप साव के मुर्गी फार्म में पानी घुसने से लगभग 3000 मुर्गे डूब कर मर गए थे। रविवार को राजस्व कर्मचारी द्वारा स्थल जांच करने के बाद संचालक संजय व संदीप साव ने मुर्गों को फार्म हाउस के बगल में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। संचालक संजय व संदीप साव ने बताया कि गुरुवार की रात से शुक्रवार की सुबह तक हुई भारी बारिश के कारण मुर्गी फार्म में लगभग तीन फीट पानी भर गया था। इससे तीन हजार मुर्गे डूब कर मर गए थे। साथ ही फार्म हाउस में रखा लगभग 60 बोरा चारा भी खराब हो गया था। हम लोगों को लगभग चार लाख का नुकसान हुआ है। मामले की सूचना पाकर शुक्रवार की दोपहर निरसा अंचलाधिकारी नितिन शिवम गुप्ता पहुंचे थे। उन्होंने मुर्गी संचालकों को आश्वासन दिया था कि आपदा प्रबंधन से मुआवजा दिलवाने की व्यवस्था की जाएगी।

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