कोरोना मरीजों से मनमाना किराया ले रहे हैं एंबुलेंस चालक
कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमितों व उनके स्वजनों की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। शहर में कोरोना मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में निजी एंबुलेंस चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद : कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमितों व उनके स्वजनों की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। शहर में कोरोना मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में निजी एंबुलेंस चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। यह लूट इतनी सुनयोजित तरीके से हो रही है कि कोई भी एंबुलेंस चालक कम रेट में कोरोना मरीज को कोविड सेंटर या अस्पातल तक ले जाने के लिए तैयार नहीं है। आप शहर के किसी भी अस्पताल के बाहर खड़े एंबुलेंस चालक से बात करें वे मनमाना दर वसूल रहे हैं। जबकि राज्य सरकार द्वारा एंबुलेंस चालकों के लिए अलग-अलग दूरी का रेट चार्ट भी तय कर दिया गया है। लेकिन वे रेट चार्ट का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। वहीं मजबूरी में कोरोना संक्रमित व उनके स्वजन मजबूरी में ज्यादा पैसे देने को लाचार हैं। दूसरी तरफ इन एंबुलेंस चालकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई होने के बावजूद भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे इनका हौसला और भी बढ़ता जा रहा है। केस एक : एसएनएमएमसीएच - रांची जाने के लिए मांगे नौ हजार रुपये
रिपोर्टर - मरीज को लेकर रांची जान है, कितना किराया लगेगा।
चालक - ऑक्सीजन वाला या बगैर ऑक्सीजन वाला एंबुलेंस चाहिए
रिपोर्टर - ऑक्सीजन वाला एंबुलेंस चाहिए।
चालक- बहुत मुश्किल है, देखना पड़ेगा।
रिपोर्टर- कैसे भी हो ऑक्सीजन वाला एंबुलेंस करा दीजिए है। बहुत जरूरी है।
चालक- ठीक है, अभी बात करने दीजिए। मोबाइल से चालक बात करने लगता है। करीब तीन मिनट तक बात करने के बाद चालक ने कहा मुश्किल से एक ऑक्सीजन वाला एंबुलेंस है पर किराया थोड़ा टाइट लगेगा।
रिपोर्टर - कितना किराया लगेगा। चालक - नौ हजार रुपये लगेंगे। पेट्रोल मेरा होगा।
रिपोर्टर - किराया तो बहुत अधिक बता रहे हैं, कुछ कम नहीं होगा।
चालक- किराया कम नहीं होगा ऑक्सीजन वाला एंबुलेंस मिल कहा रहा है। आपके लिए मुश्किल से एंबुलेंस जुगाड़ किए हैं। केस दो : जालान अस्पता - जमशेदपुर जाने के लिए मांगा 10 हजार रुपये
रिपोर्टर - मरीज को लेकर एमजीएम जमशेदपुर चलिएगा।
चालक - अभी चलना है।
रिपोर्टर- हां, कितना किराया लगेगा।
चालक - 10 हजार रुपये लगेंगे।
रिपोर्टर - बहुत किराया बोल रहे हो।
चालक - यहां तो दूसरे एंबुलेंस वाले 11 हजार रुपये तक ले रहे हैं, हम तो एक हजार कम ही बता रहे हैं।
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दूरी के हिसाब से तय है रेट
राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस के लिए रेट तय किए हुए हैं। तय दर के अनुसार, बिना वेंटिलेटर वाले एंबुलेंस से अलग कोविड मरीज को 10 किमी के दायरे में किसी अस्पताल में ले जाना हो तो सिर्फ 500 रुपये का भुगतान करना होगा। अगर 10 किमी से ज्यादा दूरी होगी तो प्रति किमी 12 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना होगा। वेंटिलेटर वाले एडवांस एंबुलेंस की बुकिग के बदले 10 किमी तक 600 रुपये होंगे जबकि 10 किमी से आगे की दूरी तय करने पर प्रति किमी 14 रुपये का भुगतान उपभोक्ता को करना होगा।
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ऐसे होरी है दूरी की गणना
आदेश में दूरी की गणना को भी साफ किया गया है। जिस जगह से एंबुलेंस मरीज को लेने के लिए चलेगा, वहीं से दूरी मापी जाएगी। फिर मरीज को अस्पताल पहुंचाने के बाद आरंभ स्थल तक की दूरी के हिसाब से पैसे देने होंगे।
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ऑक्सीजन के नाम पर नहीं देना होगा पैसा
मरीज को पहुंचाने के बाद एंबुलेंस को सैनिटाइज करने के एवज में 200 रुपये देना होगा। यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि मरीज को अस्पताल ले जाते वक्त अगर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी तो उसका पैसा नहीं वसूला जाएगा।