एसएनएमएमसीएच धनबाद में जन्मा अद्भुत बच्चा, एक कमर में दो धड़
अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार चौधरी बताते हैं कि इस तरह के प्रसाद दुर्लभ होते हैं। ट्विन बेबी कहा जाता है। सामान्यतः देखा जाता है कि ऐसे नवजात नहीं बच पाते हैं। ऐसे बच्चों में काफी कंपनी केशन होता है।
जागरण संवाददाता धनबाद। एसएनएमएमसीएच धनबाद के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में एक अद्भुत नवजात का जन्म हुआ। नवजात का कमर एक था, लेकिन शरीर और धड़ अलग-अलग थे। प्रसव कराने वाले डॉक्टरों की माने तो जन्म के कुछ मिनटों तक नवजात जीवित थे। इसके बाद दोनों की मौत हो गई। बताया जाता है कि गिरिडीह के बुधोडीह निवासी लखींद्र मरांडी की पत्नी रासमुनि मरांडी को प्रसव के लिए बुधवार की रात एसएनएमएमसीएच लाया गया था। भर्ती कराने के बाद देर रात सीजर करके उसका प्रसव कराया गया। जिसमें अद्भुत बच्चे को देखकर सभी आश्चर्यचकित में पड़ गए। पति लखींद्र बताते हैं कि वह बेरोजगार है। किसी तरह हाजिरी करके जीवन गुजर-बसर करता है।
दुर्लभ होते हैं ऐसे प्रसव
अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार चौधरी बताते हैं कि इस तरह के प्रसाद दुर्लभ होते हैं। ट्विन बेबी कहा जाता है। सामान्यतः देखा जाता है कि ऐसे नवजात नहीं बच पाते हैं। ऐसे बच्चों में काफी कंपनी केशन होता है। गर्भावस्था में कई अंग विकसित नहीं होने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती हैं।
महिला की स्थिति गंभीर, खतरे से बाहर
इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल महिला की स्थिति गंभीर है हालांकि वह खतरे से बाहर है। चिकित्सकों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। ऑपरेशन के लिए लगभग 2 घंटे पहले से तैयारी की जा रही थी। इसके लिए स्त्री एवं प्रसूति विशेषज्ञ, निश्चेतक सहित अन्य विशेषण लाए गए थे।